बॉलीवुड डेस्क. कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार सेल्फ क्वारेंटाइन में हैं। 97 वर्षीय दिलीप ने सोमवार देर रात ट्विटर पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, "कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते मैं पूरी तरह आइसोलेशन और सेल्फ क्वारेंटाइन में हूं। मुझे किसी तरह का इन्फेक्शन न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सायरा कोई मौका नहीं छोड़ रहीं।"
फैन्स से अपील- जितना संभव हो, घर में रहें
दिलीप कुमार ने अगले ट्वीट में फैन्स से घर में रहने की अपील की है। वे लिखते हैं, "मेरी आप सभी से गुजारिश है कि अपने आपको सुरक्षित रखें। जितना संभव हो, उतना घर में ही रहें। कोरोनावायरस का प्रकोप सभी बाउंड्रीज और बॉर्डर्स पार कर चुका है। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करें। खुद को सुरक्षित रखें और जोखिमों को सीमित कर दूसरों को भी बचाएं।"
##हाल ही में लीलावती अस्पताल गए थे दिलीप
शुक्रवार को दिलीप कुमार की पत्नी एक्ट्रेस सायरा बानो ने ट्विटर पर एक ऑडियो रिकॉर्डिंग शेयर की थी, जिसमें वे कह रही थीं, "सभी को नमस्कार। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि साहब अब पहले से बेहतर हैं। उनकी पीठ में तेज दर्द हुआ था, जिसके चलते हमें लीलावती अस्पताल जाना पड़ा था। जांच के बाद हम वापस आ गए थे। तो सबकुछ ठीक है। अल्लाह का शुक्र है, आप सब की दुआएं हैं। हमारे साथ आप सबका प्यार है। हम आप सभी के और अल्लाह के आभारी हैं।"
##पद्मभूषण, दादा साहब अवॉर्ड से सम्मानित
दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान है। उन्होंने 'ज्वार भाटा' (1944), 'अंदाज' (1949), 'आन' (1952), 'देवदास' (1955), 'आजाद' (1955), 'मुगल-ए-आजम' (1960), 'गंगा जमुना' (1961), 'क्रान्ति' (1981), 'कर्मा' (1986) और 'सौदागर' (1991) समेत 50 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें 8 बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। 2015 में भारत सरकार ने उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
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