बॉलीवुड डेस्क. कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर रविवार को देश में 'जनता कर्फ्यू' रहा। इस दौरान लोगों की एकजुटता ने आयुष्मान खुराना को बहुत प्रभावित किया। जिसके बाद रविवार रात उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए इस भावना की जमकर तारीफ की। इसी वीडियो में उन्होंने अपनी लिखी एक कविता भी सुनाई।
वीडियो की शुरुआत में आयुष्मान कहते हैं, 'देवियों और सज्जनों आज शाम 5 बजे मैंने जो कुछ भी देखा वो ऐतिहासिक था। मुझे लगता है कि ये मानवीय प्यार, मानवीय भावना का एक महान उदाहरण है। इसमें हम सब एकसाथ हैं।' इसके बाद उन्होंने अपनी कविता सुनानी शुरू कर दी। जिसके बोल थे... 'आज मेरे पास कोई शब्द नहीं है, आज कोई कविता उपलब्ध नहीं है'
आयुष्मान की कविता के बोल...
"आज मेरे पास कोई शब्द नहीं है, आज कोई कविता उपलब्ध नहीं है।
इन तालियों की गूंज और शंखनाद, 5 मिनिट के लिए कर दिया ये बंद सा मरुस्थल को आबाद।
आज शहर का प्रदूषण एकेवाय पर 50 है, यहां के पशु पक्षी पहले से ज्यादा खुशमिजाज हैं।
सभी चिकित्सकों और डॉक्टरों को शत-शत प्रमाण है, इस बीमारी से लड़ने में क्या हिंदू, क्या मुसलमान है।
आज देश का मनुष्य लॉक डाउन से उतना हतप्रभ नहीं है, आज मेरे पास कोई शब्द नहीं है, आज कोई कविता उपलब्ध नहीं है।"
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment