Thursday, December 24, 2020
Elli celebrates Xmas in Swedish-Goan style December 24, 2020 at 09:07PM
Christmas 2020: Celebs pour in sweet wishes December 24, 2020 at 08:32PM
वरुण धवन ने कहा- किसी भी रीमेक फिल्म का ओरिजिनल से कंपैरिजन तो होता ही है December 24, 2020 at 08:25PM
वरुण धवन और सारा अली खान की फिल्म 'कुली नं. 1' रिलीज हो गई है। यह फिल्म गोविंदा और करिश्मा कपूर की कल्ट क्लासिक फिल्म 'कुली नं. 1' का रीमेक है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान वरुण धवन ने कई सवालों के जवाब दिए। साथ ही फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातें भी शेयर की।
फिल्म के रीमेक में काम करने पर खुद को कितना रिस्पांसिबल फील किया?
मैने खुद को बहुत ज्यादा रिस्पांसिबल फील किया। इस फिल्म में गोविंदा और करिश्मा की जो जोड़ी थी, वह लाजवाब थी और इस फिल्म का रीमेक बनाना अपने आप में एक चैलेंज था। सिर्फ मैने ही नहीं क्रू के हर एक मेंबर ने बहुत मेहनत की है। ये फिल्म इस मुश्किल घड़ी में सबको हंसाने आई है। ये एक मास मसाला फिल्म है।
फिल्म का रीमेक बनता है तो कंपैरिजन भी किया जाता है, उसके लिए खुद को कितना तैयार किया?
मैं मानता हूं कि कंपैरिजन तो हर जगह होता ही है और थोड़ा नहीं बहुत होता है। अगर मेरी किसी फिल्म का रीमेक बनेगा तो मैं भी तुलना करूंगा। ये फिल्म 25 साल पहले रिलीज हुई थी और आज के युवा वर्ग ने इस फिल्म को नहीं देखा है।
शूटिंग के दौरान आप का सबसे रोमांचक किस्सा और साथ ही सबसे मुश्किल हिस्सा क्या था ?
मेरे लिए सबसे रोमांचक हिस्सा फिल्म का मिथुन चक्रवर्ती जी की मिमिक्री करना था। इसके लिए में जॉनी लीवर के साथ काफी समय बिताया क्योंकि वे मिथुन दा के साथ कई फिल्में कर चुके हैं। मिथुन दा से भी मैंने फोन पर बात की साथ ही मेरे पास उनकी फिल्मों की पूरी लाइब्रेरी थी। जिन्हें देखकर मैंने उनके एक्शन करने का स्टाइल और चाल ढाल भी सीखी।
सारा के साथ केमिस्ट्री काफी पसंद की जा रही है, सेट पर किस तरह की बॉन्डिंग हुई ?
शूटिंग के दौरान हम दोनों की बॉन्डिंग काफी अच्छी हो गई। सारा बहुत फोकस के साथ काम करती हैं। मुझसे बार-बार पूछती थीं कि मैं डायलॉग अच्छा कर रही हूं ना? या सीन ठीक है ना? उस वक्त उनके अपोजिट परेश रावल और जावेद जाफरी जैसे दिग्गज कलाकार थे और वो उनके सामने अपना 100% देना चाहती थी। यही उनकी सबसे अच्छी क्वालिटी भी है और सबसे खराब क्वालिटी भी। क्योंकि वह अपने काम में मग्न हो जाती थीं।
कोरोना पॉजिटिव होने की खबर अपने परिवार को किस तरह बताई?
इस साल मार्च में हमने एक करीबी रिश्तेदार को कोविड के चलते खो दिया, तो जब मेरी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई और जब मेरे परिवार को पता चला तो वे सभी बहुत घबरा गए थे। मैंने उन्हें समझाया कि मैं अपना बहुत अच्छे से ख्याल रख रहा हूं। पूरे साल कोविड से बचने की कोशिश की, लेकिन साल के अंत में इसने मुझे जकड़ ही लिया। यह साल सभी के लिए बहुत दुखद रहा है। सैकड़ों लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया। कई लोगों की नौकरियां छिन गई हैं। बहुत ही मुश्किल साल रहा है ये।
बॉलीवुड की 2021 से क्या उम्मीदें हैं ? कौनसी बड़ी फिल्में थिएटर्स में दर्शकों को वापस ला पाएंगी?
फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है, जिसके बिना सैकड़ों लोगों की जिंदगी अधूरी है। इससे उनकी नौकरियां जुड़ी हैं। फिर चाहे वह कोई पब्लिकेशन हाउस, जर्नलिस्ट, मीडिया, प्रोडक्शन हाउस हो, मुझे यही लगता है कि हम जैसे या उन लोगों को काम पर वापस आना चाहिए। क्योंकि हमारे अंदर स्टेमिना ज्यादा है, हम स्वस्थ हैं। मुझे लगता है कि अक्षय कुमार की सूर्यवंशी वह फिल्म साबित होगी, जो दर्शकों को थिएटर तक खींचकर लाएगी। इस फिल्म को रोहित शेट्टी ने डायरेक्ट किया है, बड़ी स्टार कास्ट है और सबसे बड़ी बात कि यह फिल्म बनकर तैयार भी है।
2020 ओटीटी का साल रहा, क्या 2021 में भी ऐसा ही ट्रेंड देखने को मिल सकता है?
देखिए कंटेंट तो बहुत आगे निकल चुका है। आज की जनरेशन फिल्मों में कंटेंट चाहती है। 2020 में जितना ओटीटी प्लेटफॉर्म का ट्रेंड चला उसकी सबसे बड़ी वजह यह भी है कि महामारी के कारण सिनेमाघरों पर ताले पड़े थे। लेकिन अब जब सिनेमाघर खुल गए हैं तो मुझे लगता है कि लोग थिएटर में बैठकर देखने का भी मजा लेंगे।
बॉलीवुड में त्योहारों पर फिल्में रिलीज करने का क्रेज है, 2020 में ऐसा कुछ नहीं हुआ, 2021 को लेकर क्या संभावनाएं हैं?
महामारी की वजह से 2020 में बहुत सारी फिल्में रिलीज नहीं हो पाई। लेकिन मैं इस बात से खुश हूं कि मैं एक हंसने -हंसाने वाली फिल्म इस क्रिसमस लेकर आ रहा हूं। जिसमें आप फुल एंटरटेनमेंट और खुश होकर कुछ समय के लिए परेशानियों से निजात भी पा सकते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Is Salman reuniting with Sooraj Barjatya? December 24, 2020 at 07:48PM
गोविंदा वाली 'कुली नं. 1' की हूबहू कॉपी है वरुण-सारा की फिल्म, कोशिशों के बावजूद हंसाने में कामयाब नहीं हो पाती December 24, 2020 at 07:43PM
रेटिंग | 1.5/5 |
स्टारकास्ट | वरुण धवन, सारा अली खान, परेश रावल, जावेद जाफरी, जॉनी लीवर और शिखा तलसानिया |
निर्देशक | डेविड धवन |
निर्माता | वाशु भगनानी, जैकी भगनानी और दीपशिखा देशमुख |
म्यूजिक | सलीम-सुलेमान, तनिष्क वागची, लीजो जॉर्ज डीजे चेतस, जावेद-मोहसिन |
जोनर | कॉमेडी |
अवधि | 134 मिनट |
'कुली नं. 1' पलायनवादी सिनेमा की पराकाष्ठा है। हालांकि, इसकी शिकायत भी नहीं कर सकते। क्योंकि डेविड धवन की ऐसी 45 फिल्मों को यहीं की ऑडियंस हिट करवाती रही है। ऐसी फिल्मों के पीछे बनाने वालों के तर्क होते हैं कि दर्शक असल जिंदगी में पहले ही असल जिंदगी से हैरान-परेशान है। रोजी-रोटी में ही रोजमर्रा की भागदौड़ उसके दिमाग को थकाए हुए है। लिहाजा, सिनेमाघर में उन्हें उस जद्दोजहद वाली जिंदगी से दूर कहीं हंसी-खुशी की दुनिया में ले जाना है। यहां भी वही कोशिश है।
क्या है फिल्म की कहानी
गोवा के अमीर जेफ्री रोजारियो (परेश रावल) ने जोडि़यां मिलवाने वाले पंडित जयकिशन (जावेद जाफरी) की बेइज्जती की है। सिर्फ इसलिए कि वह उसकी बेटी सारा रोजारियो (सारा अली खान) के लिए गरीब घर का रिश्ता लेकर आया था। ऐसे में जयकिशन मुंबई सेंट्रल के अनाथ राजू कुली (वरुण धवन) की शादी कैसे सारा रोजारियो से तय करवाता है, फिल्म उस बारे में है। राजू को कुंवर राज प्रताप सिंह बनवाया जाता है। पंडित जय किशन बन जाता है जैक्सन। जेफ्री रोजारियो और सारा उन बहरूपियों के झांसे में आ भी जाते हैं। इसके आगे कहानी में काफी ट्विस्ट और उतार-चढ़ाव आते हैं, जिनके जरिए दर्शकों को हंसाने की कोशिश की गई है।
2020 में भी लड़की का ऐसा अंधा विश्वास?
डेविड धवन के नजरिए से मान लिया कि कहानी में सब ठीक है। लेकिन हम भला कैसे उनके झांसे में आ जाएं। 2020 की सारा रोजारियो भी कुंवर राज प्रताप सिंह के बारे में तफ्तीश नहीं करती। उसे अमीर घराने का मान कर शादी के लिए हां कर देती है। अब इससे नए भारत का युवा दर्शक कैसे कन्विन्स होगा? इसका जवाब तो शायद डेविड धवन के पास भी न हो। वह इसलिए कि एक बड़ी जेनरेशन कमिटमेंट फोबिक है। प्यार करना है, पर शादी नहीं। शादी कर ली तो फैमिली अभी नहीं। वहां सारा रोजारियो बड़ी आसानी से राजू कुली उर्फ कुंवर राज प्रताप सिंह पर अंधा विश्वास कर लेती है।
गोविंदा वाली 'कुली नं. 1' की नकल
राइटिंग और डायरेक्टर इस तथ्य की तह में भी जाने की जहमत नहीं उठाते कि पंडित जयकिशन उर्फ जैक्सन के पास राजू कुली को करोड़पति दिखाने के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं। कुल मिलाकर गोविंदा और करिश्मा कपूर वाली 'कुली नं. 1' को हूबहू आज की तारीख में सेट कर लिया गया है। कहानी, किरदार, घटनाक्रम किसी में रत्ती मात्र रद्दोबदल नहीं है। अब इस पलायनवादी सिनेमा को ओटीटी की ऑडियंस क्या प्रतिक्रिया देगी, वह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन वह भी पता नहीं चल सकेगा, क्योंकि डिजिटल प्लेटफॉर्म तो व्यूज के आंकड़े जाहिर करते नहीं।
एक्टिंग में फीकी रहीं सारा अली खान
वरुण धवन और गोविंदा की तुलना वो लोग जरूर करेंगे, जिन्होंने पुरानी 'कुली नं. 1' देख रखी है। वरुण ने लाउड रहने की पूरी कोशिश की है। मिथुन चक्रवर्ती की आवाज निकालकर राजू कुली को स्थापित करने की कोशिश है। जावेद जाफरी, राजपाल यादव, परेश रावल सबने जबरिया कॉमेडी करने पर जोर दिया है, मगर हंसी लेश मात्र आती है।
सारा रोजारियो के रोल में सारा अली खान के लिए यहां कुछ खास नहीं था। उन्हें एक्सप्रेशंस पर और काम करना होगा। हां डांस में उनकी मेहनत और प्रतिभा झलकती है। बाकी कलाकार भी परफॉरमेंस के स्तर पर पुरानी फिल्म से शक्ति कपूर, कादर खान आदि से बहुत पीछे हैं।
डायलॉग्स वॉट्सऐप जोक से इंसपायर्ड
स्क्रीनप्ले रूमी जाफरी का है। संवाद टिपिकल फरहाद सामजी वाले हैं। वो वॉट्सऐप पर फॉरवर्ड हुए जोक्स से इंसपायर्ड हैं। इसके पीछे भी दर्शकों की डिमांड का हवाला दिया जाता है। साथ ही किरदारों से बड़ी तेजी से डायलॉग बुलवाए जाते हैं, जो जरूरत से ज्यादा फास्ट हो जाती है। दर्शकों को सांस लेने का भी मौका नहीं मिल पाता। वरुण प्रतिभावान कलाकार हैं। ऐसी स्क्रिप्ट्स और मिजाज के लिए हामी भर कर वे खुद के साथ न्याय नहीं कर सकेंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Kangana preps for spy thriller ‘Dhakaad’ December 24, 2020 at 07:16PM
Remo's wife thanks 'angel' Salman Khan December 24, 2020 at 05:59PM
Watch: Fun video from Kareena-Saif's bash December 24, 2020 at 06:20PM
Will Kartik wrap ‘Dhamaka’ in 10 days? December 24, 2020 at 05:42PM
Remo shakes a leg with Santa – watch video December 24, 2020 at 05:21PM
Kangana enjoys Christmas eve with family December 24, 2020 at 04:54PM
यूपी में शूट होने के बावजूद अमिताभ जैसे स्टार्स की फिल्मों को सब्सिडी नहीं दे सकेगी राज्य सरकार December 24, 2020 at 02:30PM
कोरोना और लॉकडाउन के चलते 9 महीनों तक सिनेमाघर बंद रहे। ऐसे में इस साल कई मेकर्स ने अपनी फिल्में बड़े पर्दे की बजाय जगह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज कर दीं। इसकी कीमत उन्हें यूपी सरकार से मिलने वाली सब्सिडी गंवाकर पर चुकानी पड़ सकती है। सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल के साथ काम करने वालों ने दैनिक भास्कर को बताया, "फिल्म पॉलिसी के मुताबिक, सरकारी सब्सिडी उन्हीं फिल्मों को मिलती है, जो टीवी या डिजिटल प्लेटफॉर्म से पहले सिनेमाघरों में रिलीज हों। लेकिन इस साल कोरोना और लॉकडाउन के चलते सिनेमाघर बंद रहे।"
निकाला जा रहा बीच का रास्ता
अगर यूपी सरकार की सब्सिडी पॉलिसी के हिसाब से देखें तो अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना स्टारर ‘गुलाबो सिताबो’, जाह्नवी कपूर स्टारर ‘ गुंजन सक्सेना’ और कोंकणा से शर्मा स्टारर‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ जैसी कई फिल्मों को सब्सिडी मिलनी मुश्किल है।
इन फिल्मों की 70 फीसदी से ज्यादा शूटिंग लखनऊ, बनारस, नोएडा और इनके आसपास के इलाकों में हुई थी। इसलिए ये सब्सिडी के हकदार थीं, लेकिन ओटीटी रिलीज के चलते ऐसा हो पाना मुमकिन नहीं। फिर भी बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। इन फिल्मों मेकर्स को 6-8 महीनों की डेडलाइन दी जा रही है। अगर वो फिल्मों को सिनेमाघरों में रिलीज करते हैं तो शायद बात बन जाए।
कितनी सब्सिडी मिलती है?
सब्सिडी के तहत मेकर्स को उनकी लागत की 25 फीसदी रकम दी जाती है। इसकी अधिकतम सीमा 2 करोड़ रुपए तक है। यानी फिल्म की लागत 8 करोड़ रुपए हो या उससे ज्यादा, सब्सिडी 2 करोड़ रुपए की ही मिलेगी।
कहां बन रही यूपी की फिल्मसिटी
नवनीत सहगल ने ग्रेटर नोएडा में बनने वाली फिल्मसिटी के बारे में जानकारी भी दी। उन्होंने कहा, "फिल्मसिटी मुख्य रूप से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के राबूपुरा और जेवर इलाके में बनेगी। इसका जिम्मा सीबीआरआई, साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। कंपनी को अगले दो महीने में डीपीआर बनाकर देना है। साथ ही इस बारे में बॉलीवुड के दिग्गज लोगों से भी लगातार संपर्क में रहा जा रहा है।"
अक्षय कुमार ने दिया अहम सुझाव
मिसाल के तौर पर मुंबई में सीएम योगी से मुलाकात में अक्षय कुमार ने बहुमू्ल्य सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि फिल्मसिटी 1000 एकड़ में फैली हुई होगी। यह बहुत बड़ा एरिया है। यहां बनने वाले स्टूडियोज के अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होने पर हॉलीवुड के मेकर्स भी नोएडा शूट करने आएंगे।
नतीजतन विश्वस्तरीय फिल्मसिटी बनाने के साथ-साथ प्रशासन का जोर नवीनतम तकनीक वाले संसाधनों को जुटाने पर भी होना चाहिए। फिल्मसिटी का निर्माण पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत होगा। स्टूडियो बन जाने पर उन्हें रेंट आउट किया जाएगा। ताकि नोएडा में पहले से मौजूद एक अन्य फिल्मसिटी जैसा हाल न हो। वहां फिल्मसिटी की बजाय न्यूज चैनल्स के दफ्तर हैं।
अक्षय अगले साल शूट करेंगे 'राम सेतु'
नवीनतम डेवलपमेंट यह भी है कि अक्षय कुमार अगले साल से ही अयोध्या में अपनी फिल्म‘राम सेतु’ की शूटिंग करेंगे। इस बारे में उन्होंने अपनी तैयारियों को भी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ शेयर किया है। कंगना रनोट भी अपनी ‘अपराजित अयोध्या’ बनाने में जुट रही हैं। अयोध्या पर ही पहलाज निहलानी ‘अयोध्या की कथा’ शूट करेंगे। इसके अलावा प्रकाश झा फरवरी में 'फिर अयोध्या' में शूट करने आ रहे हैं। कोरोना काल से पहले यूपी में एक साल में 150 हिंदी, क्षेत्रीय फिल्में और वेब शोज की शूटिंग हुई थी।
बढ़ाई जा सकती है फिल्मों की सब्सिडी
नवनीत सहगल ने यह भी जोर दिया कि अधिकारीगण मध्य प्रदेश की फिल्म पॉलिसी का भी अध्ययन कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर वहां की तरह यहां भी सब्सिडी की रकम पांच करोड़ तक की जा सकती है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यूपी में शूट होने के बावजूद अमिताभ जैसे स्टार्स की फिल्मों को सब्सिडी नहीं दे सकेगी राज्य सरकार December 24, 2020 at 02:30PM
कोरोना और लॉकडाउन के चलते 9 महीनों तक सिनेमाघर बंद रहे। ऐसे में इस साल कई मेकर्स ने अपनी फिल्में बड़े पर्दे की बजाय जगह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज कर दीं। इसकी कीमत उन्हें यूपी सरकार से मिलने वाली सब्सिडी गंवाकर पर चुकानी पड़ सकती है। सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल के साथ काम करने वालों ने दैनिक भास्कर को बताया, "फिल्म पॉलिसी के मुताबिक, सरकारी सब्सिडी उन्हीं फिल्मों को मिलती है, जो टीवी या डिजिटल प्लेटफॉर्म से पहले सिनेमाघरों में रिलीज हों। लेकिन इस साल कोरोना और लॉकडाउन के चलते सिनेमाघर बंद रहे।"
निकाला जा रहा बीच का रास्ता
अगर यूपी सरकार की सब्सिडी पॉलिसी के हिसाब से देखें तो अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना स्टारर ‘गुलाबो सिताबो’, जाह्नवी कपूर स्टारर ‘ गुंजन सक्सेना’ और कोंकणा से शर्मा स्टारर‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ जैसी कई फिल्मों को सब्सिडी मिलनी मुश्किल है।
इन फिल्मों की 70 फीसदी से ज्यादा शूटिंग लखनऊ, बनारस, नोएडा और इनके आसपास के इलाकों में हुई थी। इसलिए ये सब्सिडी के हकदार थीं, लेकिन ओटीटी रिलीज के चलते ऐसा हो पाना मुमकिन नहीं। फिर भी बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। इन फिल्मों मेकर्स को 6-8 महीनों की डेडलाइन दी जा रही है। अगर वो फिल्मों को सिनेमाघरों में रिलीज करते हैं तो शायद बात बन जाए।
कितनी सब्सिडी मिलती है?
सब्सिडी के तहत मेकर्स को उनकी लागत की 25 फीसदी रकम दी जाती है। इसकी अधिकतम सीमा 2 करोड़ रुपए तक है। यानी फिल्म की लागत 8 करोड़ रुपए हो या उससे ज्यादा, सब्सिडी 2 करोड़ रुपए की ही मिलेगी।
कहां बन रही यूपी की फिल्मसिटी
नवनीत सहगल ने ग्रेटर नोएडा में बनने वाली फिल्मसिटी के बारे में जानकारी भी दी। उन्होंने कहा, "फिल्मसिटी मुख्य रूप से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के राबूपुरा और जेवर इलाके में बनेगी। इसका जिम्मा सीबीआरआई, साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। कंपनी को अगले दो महीने में डीपीआर बनाकर देना है। साथ ही इस बारे में बॉलीवुड के दिग्गज लोगों से भी लगातार संपर्क में रहा जा रहा है।"
अक्षय कुमार ने दिया अहम सुझाव
मिसाल के तौर पर मुंबई में सीएम योगी से मुलाकात में अक्षय कुमार ने बहुमू्ल्य सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि फिल्मसिटी 1000 एकड़ में फैली हुई होगी। यह बहुत बड़ा एरिया है। यहां बनने वाले स्टूडियोज के अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होने पर हॉलीवुड के मेकर्स भी नोएडा शूट करने आएंगे।
नतीजतन विश्वस्तरीय फिल्मसिटी बनाने के साथ-साथ प्रशासन का जोर नवीनतम तकनीक वाले संसाधनों को जुटाने पर भी होना चाहिए। फिल्मसिटी का निर्माण पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत होगा। स्टूडियो बन जाने पर उन्हें रेंट आउट किया जाएगा। ताकि नोएडा में पहले से मौजूद एक अन्य फिल्मसिटी जैसा हाल न हो। वहां फिल्मसिटी की बजाय न्यूज चैनल्स के दफ्तर हैं।
अक्षय अगले साल शूट करेंगे 'राम सेतु'
नवीनतम डेवलपमेंट यह भी है कि अक्षय कुमार अगले साल से ही अयोध्या में अपनी फिल्म‘राम सेतु’ की शूटिंग करेंगे। इस बारे में उन्होंने अपनी तैयारियों को भी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ शेयर किया है। कंगना रनोट भी अपनी ‘अपराजित अयोध्या’ बनाने में जुट रही हैं। अयोध्या पर ही पहलाज निहलानी ‘अयोध्या की कथा’ शूट करेंगे। इसके अलावा प्रकाश झा फरवरी में 'फिर अयोध्या' में शूट करने आ रहे हैं। कोरोना काल से पहले यूपी में एक साल में 150 हिंदी, क्षेत्रीय फिल्में और वेब शोज की शूटिंग हुई थी।
बढ़ाई जा सकती है फिल्मों की सब्सिडी
नवनीत सहगल ने यह भी जोर दिया कि अधिकारीगण मध्य प्रदेश की फिल्म पॉलिसी का भी अध्ययन कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर वहां की तरह यहां भी सब्सिडी की रकम पांच करोड़ तक की जा सकती है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today