Wednesday, May 6, 2020
Ranveer Singh is setting fitness goals May 06, 2020 at 06:27PM
Tara ditches her diet amid lockdown May 06, 2020 at 05:57PM
When Sonam gave fashion advice to Deepika May 06, 2020 at 06:10PM
Kartik and Ajay's films to get a sequel! May 06, 2020 at 05:54PM
Watch: Ranbir -Kat rehearsing for Jagga Jasoos May 06, 2020 at 05:36PM
Arjun Rampal slams queue outside liquor stores May 06, 2020 at 05:17PM
Throwback: Ibrahim teases his sister Sara May 06, 2020 at 05:04PM
EXCLUSIVE SCOOP: Ranbir Kapoor and Deepika Padukone to team up for Sanjay Leela Bhansali's Baiju Bawra? May 06, 2020 at 05:00PM
While the film industry has come to a halt, the producers, actors and directors are interacting with each other through video calls and getting things in order for the future. Multiple films are being planned at the moment and one of them is Sanjay Leela Bhansali’s ambitious period musical drama, Baiju Bawra. Bollywood Hungama has exclusively learnt that the celebrated director is in talks with Ranbir Kapoor and Deepika Padukone for the official remake of the 1952 film.
“Ranbir and Deepika make a pair to reckon with on screen and Bhansali wants to create magic on screen with the two actors. Talks are on, however neither of the two have signed the dotted lines yet,” revealed a source close to the development, adding further that the idea is to move away from the conventional pairing for Ranveer Singh and Deepika Padukone. “He will work with Ranveer again in the future, but he doesn’t want to repeat the pairing of the real life couple for the fourth consecutive time.”
Ranbir made his acting debut with Sanjay Leela Bhansali in Saawariya, which was a colossal disappointment, while Deepika has worked with the director in Ram-Leela, Bajirao Mastani and Padmavaat. Ranbir and Deepika, on the other hand, have worked together in two successful films – Bachna Ae Haseeno and Yeh Jaawani Hai Deewani, while their third collaboration, Tamasha, was a flop. “These are all early talks, which started before the lockdown, but with the entire calendar of actors going for a toss, it would be interesting to see how things shape up. Though Ranbir and Deepika will make for a formidable pair in a Bhansali film,” the source added.
Bhansali is currently working from home on the post production of his next directorial, Gangubai Kathiawadi with Alia Bhatt, which went on the floors in November last year. A lot of shoot still remains, and it will be resumed once the national scenario gets back to normal.
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Bharat shares Rishi's pics from NY’s eve May 06, 2020 at 05:05PM
Video of Khushi rejects food made by Janhvi May 06, 2020 at 12:36PM
महिलाओं को बराबरी का हिस्सा दिलाना चाहती हैं भूमि , बोलीं- 'मेरे लिए सबसे अहम है इन्हें किरदारों में अच्छी तरह पेश करना' May 06, 2020 at 02:00PM
‘दम लगा के हईशा’ फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री करने वालीं भूमि पेडनेकर लगातार कई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा रही हैं। ‘टॉयलेट’, ‘शुभ मंगल सावधान’, ‘बाला’, ‘सांड की आंख’ और ‘सोन चिरैया’ जैसी कई अलग-अलग फिल्मों के जरिए भूमि ने दमदार महिलाओं के किरदारों को दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया है।
अपने किरदारों पर बात करते हुए भूमि ने दैनिक भास्कर को बताया, ‘मेरे लिए सबसे अहम बात यह है कि मैं स्क्रीन पर महिला किरदारों को लोगों के सामने किस तरह प्रस्तुत करती हूं। सिनेमा में लोगों की सोच को बदलने की ताकत है और मुझे लगता है कि हम महिला किरदारों के जरिए समानता और स्वतंत्रता के संदेश को सभी लोगों तक पहुंचा सकते हैं। मैंने हमेशा ऐसे ही किरदारों की तलाश की है और इन किरदारों को पर्दे पर पूरे दिल से निभाया है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसे किरदारों को निभाने का मौका मिला, जो हटकर थे और जिन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई।’
भूमि सिनेमा के जरिए लोगों को इस बात का एहसास कराना चाहती हैं कि आज भी महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा हासिल नहीं है और उन्हें यह दर्जा हासिल होना ही चाहिए। वह कहती हैं, ‘मैं लगातार ऐसी महिलाओं की तलाश करती रहूंगी, जिनकी कहानियों को मैं पर्दे पर लोगों के सामने प्रस्तुत करना चाहती हूं। मुझे लगता है कि जब लोग ऐसी महिलाओं और उनकी जिंदगी, उनके संघर्ष, उनके दर्द, उनके सपने, और उनकी जीत को देखते हैं, तो इससे लोगों के नजरिए में भी बदलाव आ सकता है’।
आखिरी बार फिल्म पति पत्नी और वो में नजर आ चुकी भूमि जल्द ही अक्षय कुमार की फिल्म 'दुर्गावती' के साथ-साथ, अलंकृता श्रीवास्तव की 'डॉली किट्टी’ और वो ‘चमकते सितारे' में लीड रोल में नजर आएंगी।
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मुंबई आने के बाद 8 साल तक घर बैठे रहे थे पंकज त्रिपाठी, अब इतना काम कि हो गए हैं परेशान May 06, 2020 at 01:35PM
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से लेकर 'सेक्रेड गेम्स' और 'मिर्जापुर' में अपनी बेहतरीन एक्टिंग पंकज त्रिपाठी दर्शकों के चहेते सितारे बन चुके हैं। लगातार हर साल पंकज 7 से 8 फिल्मों में नजर आ रहे हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पंकज ने अपने एक्टिंग करियर से जुड़े कई दिलचस्प सवालों का जवाब दिए हैं।
पहले दिए हुए ऑडिशन और अब के ऑडिशन में क्या फर्क है?
पिछले 4 सालों से किसी ने मेरा ऑडिशन नहीं लिया है। पहले मैं जब भी ऑडिशंस पर जाया करता था लोग मुझे अलग-अलग तरीके से किसी रोल को करने को कहते थे। मैंने कभी यह नहीं बताया कि मैं ट्रेंडएक्टर हूं या मुझे पता है कि किस रोल को कैसे करना है। लेकिन अब मैं इस मुकाम पर पहुंच गया हूं कि पिछले 4 सालों में मैंने कोई ऑडिशन नहीं दिया है।
करियर का सबसे अजीब ऑडिशन कैसा था
मैं एक डॉन के किरदार के लिए ऑडिशन देने गया था जो 2:30 से 3 घंटे तक चला था। मुझे बताया गया कि मेरा मेकओवर करेंगे और ऐसा करेंगे और ऐसा शूट होगा। लेकिन जब रोल की बारी आई तब मुझे उस डॉन के सिपाही का रोल दिया गया। 12 घंटे में मुझे सिर्फ एक शब्द बोलना था 'हुह'। उस ऑडिशन को देते वक्त मुझे लग रहा था कि बहुत बड़ा रोल है यह और शायद ये मेरी जिंदगी बदल देगा पर शूटिंग करते वक्त सच्चाई पता चल गई।
नेगेटिव किरदार से पॉजिटिव रोल कैसे मिले
शुरुआत में मुझे सिर्फ नेगेटिव किरदारों के लिए ही चुना जाता था,शायद मेरा मेरा लुक वैसा है या मेरा चेहरा वैसा है। लेकिन 'मसान' मे मेरा सिर्फ 3 मिनट का रोले देखने के बाद लोग सोचने लगे कि क्या यह वही आदमी है जिसने 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में सुल्तान का किरदार निभाया था।'मसान' और अश्विनी अय्यर तिवारी की पहली फिल्म 'निल बटे सन्नाटा' से अचानक मेरे एक्टिंग करियर में यू टर्न आ गया। ये दो ऐसी फिल्मों है जिनके बाद मुझे अलग अलग तरह के रोल्स ऑफर होने लगे।
अब तक का सबसे मुश्किल किरदार कौन सा था
'सैक्रेड गेम्स' वेब सीरीज में मैंने गुरुजी का रोल निभाया था जो मेरे लिए वाकई बहुत मुश्किल था। पहले तो मैं ऐसे किसी गुरुजी को जानता नहीं हूं तो यह मेरे लिए किसी से रिलेट कर पाना बहुत मुश्किल था। दूसरा मुझे तो लगता है मेरे घर पर ही मुझे कोई फॉलो नहीं करता तो ऐसा दिखाना कि मैं गुरुजी हूं और मेरे अपने सारे फॉलोअर्स हैं। उस रोल को करते वक्त में हमेशा यही सोचा करता था कि इस किरदार को कैसे करूं कि सबको यकीन हो कि मैं ही गुरुजी हूं। उस रोले के लिए मैने अपनी दाढ़ी तक त्याग दी थी जो पहले कभी किसी किरदार के लिए नहीं की।
इतनी फिल्मों के साथ लाइफ कैसे करते हैं मैनेज
सच कहूं तो मैं खुद बहुत परेशान रहता हूं। मैंने खुद ही इतना सारा काम ले लिया है कि अब मुझे लगता है कि मुझे अपने काम को थोड़ा कम कर देना चाहिए। अभी लॉकडाउन है इसलिए मैं अपनी फैमिली के साथ थोड़ा समय बिता पा रहा हूं वरना उनके साथ समय बिताना बहुत मुश्किल हो जाता है। अब मैंने खुद सोचा है कि साल में तीन या चार फिल्में किया करूंगा। थोड़ा फैमिली को समय दूंगा थोड़ा सेहत को समय दूंगा।
डेट्स के लिए कितनी फिल्में ठुकरानी पड़ती हैं
ऐसा कई बार हुआ है कि मुझे फिल्म मेकर्स को मना करना पड़ता है क्योंकि मेरे पास डेट्स अवेलेबल नहीं रहती है और कई बार ऐसा होता है की अच्छी-अच्छी फिल्में भी मुझे छोड़ नहीं पड़ती है। 365 दिन है और 365 दिन ही काम कर सकता हूं उससे ज्यादा तो नहीं कर सकता। मुझे किसी फिल्म को छोड़ने का मलाल नहीं है, लेकिन हां कई बार मुझे अच्छे प्रोजेक्ट को मना करना पड़ा है।
अपकमिंग फिल्मों के लिए कैसा महसूस करते हैं
मैं अपनी आगामी सारी फिल्मों के लिए बहुत उत्सुक हूं चाहे वह '83' हो या 'गुंजन सक्सेना' हो या वेब सीरीज 'मिर्जापुर पार्ट 2' हो सभी रोल के लिए मैं बेहद उत्सुक हूं।
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चंदन रॉय सान्याल बोले- ऋषि और इरफान दोनों मुझ पर बहुत भरोसा करते थे, 'कमीने' के लिए आज भी तारीफ मिलती है May 06, 2020 at 01:30PM
‘जज़्बा’, 'मंटो’, ‘रंग दे बसंती’, ‘कमीने’, ‘फालतू’, ‘डी-डे', ‘जब हैरी मेट सेजल’, 'जबरिया जोड़ी' जैसी फिल्मों में छोटे-बड़े किरदार निभा चुके चंदन रॉय सान्याल जल्द ही वेब सीरीज 'काली-2' में नजर आएंगे। इससे कुछ ही वक्त पहले उनकी एक अन्य वेब सीरीज 'ढीठ पतंगे' भी रिलीज हुई है।
दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए काफी अच्छा है।वेबसीरीज के बारे में बात करते हुए चंदन ने कहा, 'हां इस लॉक डाउन में सिनेमा थिएटर तो बंद ही हो गए हैं। उम्मीद करते हैं जल्द ही खुल जाए।
फिलहाल ऐसे में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों की सक्रियता बढ़ गई है और ऑनलाइन जो वेब सीरीज रिलीज हो रही है, उन्हें फायदा मिल रहा है। यही फायदा 'काली 2' को भी मिलेगा, क्योंकि ऑनलाइन के सब्सक्राइबर डबल हो गए हैं। मुझे लगता है कि लगभग साल भर तक तो फ्यूचर यही है। सभी दर्शक यही मनोरंजन चाहेंगे।'
Q.'ढीठ पतंगे' को कैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है?
चंदन- 'इसकी कहानी और सह-कलाकारों के अभिनय को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इसमें मैंने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। उसके लिए जो रिस्पांस मिल रहा है, उतने की अपेक्षा नहीं थी। कई स्टार्स दोस्त ने कहा कि आप जिस तरह से चरित्र में ढल जाते हैं, वह काबिले तारीफ है। ऐसा लगता है कि हर किरदार के लिए गिरगिट की तरह रंग बदल लेते हो। यह सुनकर अच्छा लगा।'
Q.लॉक डाउन में कौन-सा काम करना नापसंद है?
चंदन- 'मैंने नया घर लिया है। इस घर में शिफ्ट हुए अभी सवा साल ही हुए हैं। व्यस्तता के चलते घर पर ज्यादा रह नहीं पाया हूं। पहली बार इतना वक्त घर पर बिता रहा हूं, सो अच्छा लग रहा है। वैसे तो मुझे साफ-सफाई, बर्तन धोना, झाडू-पोंछा और कुकिंग करना... सभी काम पसंद है, लेकिन जो नापसंद है, वो है अलमारी साफ करना और बेडशीट बदलना। अलमारी साफ करते वक्त हमेशा लगता है कि मेरी एक शर्ट गायब है, जबकि बेडशीट बदलते वक्त लगता है कि एक तरफ कम और दूसरी तरफ ज्यादा हो जा रहा है, जो बिल्कुल पसंद नहीं आता है।'
Q.आप और सिद्धार्थ मल्होत्रा भोजपुरी में बतियाते थे। सच है?
चंदन- 'जी ये बात सच है। यह फिल्म बनते-बनते कई महीने लग गए थे। इस दौरान हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए। फिर तो एक-दूसरे को बाबू-बाबू कहकर बुलाने लगे। हमारी जुबान पर भोजपुरी ऐसी चल गई कि रिहर्सल से लेकर खाने की टेबल तक भोजपुरी में बातें होती थीं। हम दोनों तो काफी एंजॉय कर रहे थे। मगर हमें बतियाते देखकर कुछ लोग मुंह ताकते रह जाते थे।'
Q.परिणीति चोपड़ा के साथ कैसा अनुभव था?
चंदन- 'उनके साथ मेरे ज्यादा सीन नहीं थे। फिर भी जितना वक्त साथ में गुजारा, उसमें उन्हें हंसाता रहता था। वे यही कहती थीं कि तुम दूर रहो, पता नहीं क्या-क्या बोलते रहते हो, मेरी हंसी छूट जाती है। उनके साथ काफी मस्ती करता रहता था।'
Q.आपकी चर्चित फिल्म 'कमीने' की कोई खास बात?
चंदन- 'उस समय तो हर किसी से अच्छी प्रतिक्रिया मिली ही थी। लेकिन इस फिल्म को कई साल हो गए हैं और आज भी इसके लिए मैसेज आते रहते हैं। निर्देशक विशाल भारद्वाज जी से पहली बार मिलना और उनका चरित्र के बारे में समझाना, उसके बाद कैमरे के सामने पूरे समर्पण भाव से रोल को निभाना आज भी याद है। विशाल जी जैसा कहते गए, मैं आंख मूंदकर वैसा करता गया। शाहिद कपूर से इसी सेट पर मित्रता हुई और आज भी उनसे बात होती है।'
Q.आगे कौन सेप्रोजेक्ट्स हैं ?
चंदन- 'प्रकाश झा निर्देशित 'आश्रम' वेब सीरीज के अलावा दो बंगाली फिल्में कर रहा हूं। इसके अलावा कुछ प्रोजेक्ट और भी हैं, पर उन पर अभी बात नहीं कर सकता।'
Q.आपने फिल्म 'डी-डे' में इरफान और ऋषि के साथ काम किया, उनकी कोई याद?
चंदन- 'दोनों मुझ पर बहुत विश्वास करते थे। बहुत इंस्पायर करते थे। 'डीडे' करने के बाद एक बार जावेद जाफरी के घर पार्टी थी, जहां इरफान खान से मुलाकात हुई। तब वे सबके सामने मेरे अभिनय की तारीफों के पुल बांधने लगे। दोनों का जाना बहुत बुरा लगा।'
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