Saturday, September 26, 2020

पिता यश चोपड़ा को याद करते हुए आदित्य ने लिखा- उन्हें भी यह नहीं मालूम था कि छोटे से कमरे में शुरू हुई वो कंपनी एक दिन भारत की सबसे बड़ी फिल्म कंपनी बन जाएगी September 26, 2020 at 08:26PM

प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा का आज (रविवार) 88वां जन्मदिन है। उनका जन्म 27 सितंबर 1932 को लाहौर में हुआ था और इसी दिन साल 1970 में उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस 'यशराज फिल्‍म्‍स' की स्थापना भी की थी। जिसके 50 साल आज पूरे हो रहे हैं। इस खास मौके पर उनके बेटे आदित्य चोपड़ा ने पिता को याद करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक नोट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने YRF से जुड़ी कई खास बातें बताईं हैं।

आदित्य चोपड़ा के उस नोट को शेयर करते हुए यशराज फिल्म्स ने लिखा, 'फिल्मों का जश्न मनाते 50 साल, आपको मनोरंजित करते 50 साल। इस अवसर पर, #AdityaChopra के दिल से निकले कुछ भावपूर्ण शब्द. #YRF50'

बतौर कर्मचारी काम करते थे यश चोपड़ा

नोट में आदित्य ने लिखा, '1970 में, मेरे पिता यश चोपड़ा ने अपने भाई श्री बीआर चोपड़ा की छ्त्र-छाया की सुरक्षा को त्याग कर अपनी खुद की कंपनी बनाई। उस समय तक वे बीआर फिल्म्स के केवल एक मुलाजिम थे और उनके पास अपना कोई सरमाया नहीं था।'

वे नहीं जानते थे कि एक कारोबार कैसे चलाया जाया है। उन्हें इस बात की भी खबर नहीं थी कि एक कंपनी को चलाने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ती है। उस समय यदि उनके पास कुछ था, तो अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत पर दृढ़ विश्वास और आत्म-निर्भर बनने का एक ख्वाब।

वी. शांताराम ने ऑफिस के लिए कमरा दिया था

एक रचनात्मक व्यक्ति के उसी संकल्प ने यशराज फिल्म्स को जन्म दिया। राजकमल स्टूडियो के मालिक श्री वी. शांताराम ने उन्हें उनके दफ्तर के लिए अपने स्टूडियो में एक छोटा सा कमरा दे दिया। तब मेरे पिताजी को यह नहीं मालूम था कि उस छोटे से कमरे में शुरू की गई वह छोटी सी कंपनी एक दिन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी फिल्म कंपनी बन जाएगी।

पिता को मेरे विचारों पर बहुत विश्वास था

1995 में, जब यशराज फिल्म्स (YRF) ने अपने 25वें वर्ष में कदम रखा, तो मेरी पहली फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' रिलीज हुई। उस फिल्म की ऐतिहासिक सफलता ने मेरे अंदर वो आत्म-विश्वास जगाया कि मैं जुनून से भरे अपने उन आइडियाज को परवाज दूं जो मैंने YRF के भविष्य के लिए सोच रखे थे। मेरे प्रति मेरे पिता के असीम प्यार के अलावा, मेरी फिल्म की चमत्कारिक सफलता के कारण अब उन्हें मेरे विचारों पर भी बहुत विश्वास था।

मैंने कार्पोरेट स्टूडियोज के इरादों को भांप लिया था

मैंने अंतर्राष्ट्रीय कॉर्पोरेट स्टूडियोज के भारत आने और हमारे कारोबार पर कब्जा जमा लेने की बात को पहले ही भांप लिया था। मैं चाहता था कि हम उनके आने से पहले ही एक ऐसा निश्चित स्केल प्राप्त कर लें जिसकी सहायता से अपनी स्वतंत्रता को कायम रखा जा सके।

मेरे पिता ने अपनी पारंपरिक मानसिकता के विपरीत बड़ी बहादुरी से मेरी सभी साहसिक पहलों की सराहना की। और 10 वर्ष की एक बेहद छोटी अवधि में, हम एक फिल्म प्रोडक्शन हाउस से भारत के पहले पूरी तरह से एकीकृत स्वतंत्र फिल्म स्टूडियो बन गए।

परंपरा और आधुनिकता का संतुलन है यशराज

पिछले 5 दशकों के दौरान, YRF मूल रूप से एक ऐसी कंपनी रही है जिसकी जड़ें पारंपरिक मूल्यों में निहित हैं और उसका व्यापारिक दृष्टिकोण शुद्धतावादी है। लेकिन इसके साथ ही यह भविष्य की ओर देखने वाली एक ऐसी दिलेर कंपनी भी है, जो वर्तमान समय की प्रचलित टेक्नॉलोजी और इनोवेशन्स को अपनाने के लिए लगातार प्रयास करती रहती है। परंपरा और आधुनिकता का यह सही संतुलन यशराज फिल्म्स को सही मायनों में परिभाषित करता है।

हमारी कामयाबी का राज 'लोग' हैं

आज, यशराज फिल्म्स 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इसलिए, इस नोट को लिखते समय, मैं यह जानने का प्रयास कर रहा हूं कि आखिर इन 50 वर्षों की कामयाबी का राज क्या है? क्या यह यश चोपड़ा की रचनात्मक प्रतिभा है? क्या यह उनके 25 साल के जिद्दी बेटे का साहसिक विजन है? या ऐसा बस किस्मत से हो गया है?
इनमें से कोई भी कारण नहीं है।
इस कामयाबी का कारण हैं... लोग।
वो लोग जिन्होंने पिछले 50 वर्षों में YRF की हर फिल्म में काम किया।
मेरे पिताजी एक शायर की कुछ पंक्तियों से अपने सफर का वर्णन किया करते थे...
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर… लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया।
मुझे इस बात को पूरी तरह समझने में 25 साल लग गए। YRF 50 का राज 'लोग' हैं...

वो कलाकार जिन्होंनें अपनी रूह निचोड़ कर किरदारों में जान डाली।
वो डायरेक्टर्स जिन्होंने अपनी फिल्मों को परफेक्शन दी।
वो लेखक जिन्होंने यादगार कहानियाँ लिखीं।
वो संगीतकार और गीतकार जिन्होंने हमें ऐसे गीत दिए जो हमारे जीवन का हिस्सा बन गए।
वो सिनेमेटोग्राफर्स और प्रोडक्शन डिजाइनर्स जिन्होंने हमारे दिमागों पर कभी न मिटने वाले दृश्य छोड़े।
वो कॉस्ट्यूम डिजाइनर्स, मेक-अप और हेयर स्टाइलिस्ट्स जिन्होंने साधारण दिखने वालों को भी हसीन बना दिया।
वो कोरियोग्राफर्स, जिन्होनें हमें ऐसे डांस स्टेप्स दिए जो हमारे सभी समारोहों का हिस्सा हैं।
वो स्पॉट-ब्वायज, लाइटमैन, सेटिंग वर्कर्स, ड्रेसमैन, जूनियर आर्टिस्ट, स्टंटमैन, डांसर्स और क्रू का हर सदस्य जिसने हमारी सभी फिल्मों के लिए अपना खून और पसीना बहाया।
वो सीनियर एक्जेक्टिव्ज और YRF के वो सभी कर्मचारी जिन्होंने किसी व्यक्तिगत नामवरी या शोहरत की ख्वाहिश के बिना अथक मेहनत की।
और अंत में, दर्शक, जिन्होंने हमारी फिल्मों को अपना प्यार और विश्वास दिया।
ये लोग हमारी 50 साल की सफलता का राज हैं।
मैं YRF के हर कलाकार, वर्कर, कर्मचारी और दर्शक के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूँ.
मैं ये 50 वर्ष आप सभी को समर्पित करता हूं आप हैं, तो YRF है।

लेकिन इन कलाकारों और वर्कर्स ने केवल YRF को ही नहीं, बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को बनाया है। यह केवल YRF की नहीं, बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की सफलता है, जिसने अपनी मेहनत से सफल होने का ख्वाब देखने वाले एक व्यक्ति को दुनिया का एक आत्म-निर्भर और सही अर्थों में स्वतंत्र स्टूडियो बनाने का प्लेटफॉर्म दिया। यह एक ऐसी इंडस्ट्री है जो हर कलाकार और वर्कर को अपने और अपने परिवार का जीवन संवारने का समान अवसर देती है।

कलाकारों, वर्कर्स और कर्मचारियों के अपने संपूर्ण YRF परिवार की ओर से, YRF को इस महान विरासत का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करने के लिए, मैं भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का शुक्रिया अदा करता हूं। यह वो इंडस्ट्री है जहां मेरी मुलाकात इंतेहाई शानदार, प्रतिभाशाली और खूबसूरत लोगों से हुई। यह वो इंडस्ट्री है जिसका मैं हर जन्म में हिस्सा बनना चाहूंगा... चाहे किसी भी रूप में बनूं।

आदित्य चोपड़ा
27 सितंबर, 2020

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फिल्ममेकर यश चोपड़ा का जन्म 27 सितंबर 1932 को लाहौर में हुआ था। उनका देहांत 21 अक्टूबर 2012 को मुंबई में हुआ।

Shweta shares rare childhood pic of Sushant September 26, 2020 at 07:53PM

Shweta Singh Kirti took a walk down memory lane on Sunday morning and shared with fans a rare and adorable childhood photo of her late brother Sushant Singh Rajput.

Mobile phones of Deepika Padukone, Rakul Preet Singh, Sara Ali Khan, Shraddha Kapoor and three others seized by NCB September 26, 2020 at 06:22PM

The Narcotics Control Bureau(NCB) have seized the mobile phones of Bollywood actresses Deepika Padukone, Sara Ali Khan, Rakul Preet Singh, Shraddha Kapoor and fashion designer Simone Khambatta. They also seized the mobiles phones belonging to talent managers Karishma Prakash and Jaya Saha. 

Mobile phones of Deepika Padukone, Rakul Preet Singh, Sara Ali Khan, Shraddha Kapoor and three others seized by NCB

All the above mentioned names were interrogated by the NCB over the past week in an ongoing drug probe linked to the investigation of Sushant Singh Rajput's death. Deepika Padukone, Sara Ali Khan and Shraddha Kapoor were interrogated on Saturday by the NCB. All three denied consumption of drugs. Deepika Padukone admitted to discussing drugs on WhatsApp with her manager Karishma Prakash. The NCB had retrieved their WhatsApp chat from 2017. Meanwhile, Sara and Shraddha who have worked with Sushant Singh Rajput in the past two years revealed that they witnessed him consume drugs in his vanity van during shoot breaks. Shraddha was accused of ordering CBD oil. In her statement, the actress admitted to ordering it but for medicinal purposes. 

Rakul Preet Singh was questioned on Friday by the NCB. NCB found a WhatsApp chat where Rhea is seen asking Rakul if she had doob and Rakul replied saying it was at her house.Rakul clarified that the word 'doob' used in the chats meant rolled tobacco and not any mind-altering substance. She also said that she lost touch with Rhea years ago. 

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पूछताछ के दौरान तीन बार रोई दीपिका पादुकोण, अधिकारियों ने हाथ जोड़कर कहा- सच बताएंगी तो बेहतर होगा September 26, 2020 at 06:59PM

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को दीपिका पादुकोण से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। रिपोर्ट्स की मानें तो सवाल-जवाब के दौरान दीपिका एक बार नहीं, बल्कि तीन बार रो पड़ी थीं। बताया जा रहा है कि इस दौरान एनसीबी के अधिकारियों ने उन्हें इमोशनल कार्ड न खेले की नसीहत दी थी।

अधिकारियों ने जोड़े दीपिका के हाथ

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, दीपिका की आंखों में आंसू देख एनसीबी के अधिकारियों ने उनके हाथ जोड़ लिए। साथ ही कहा कि इमोशनल कार्ड खेलने की बजाय वे सबकुछ सच-सच बताती हैं, तो उनके लिए बेहतर होगा।

दीपिका ने मानी ड्रग्स चैट की बात

रिपोर्ट्स की मानें तो एनसीबी की पूछताछ में दीपिका पादुकोण ने ड्रग्स चैट करने की बात स्वीकार की। हालांकि, उन्होंने ड्रग्स लेने की बात से इनकार किया। दीपिका ने एनसीबी को बताया कि उनका पूरा ग्रुप डूप लेता है, जो कि खास तरह की सिगरेट है। इसमें कई तरह की चीजें भरी होती हैं।

शनिवार को दीपिका को NCB ने पूछताछ के लिए 10 बजे बुलाया था, लेकिन वे करीब 9.50 पर ही पहुंच गई थीं।

रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि एनसीबी ने जब दीपिका से चैट में इस्तेमाल हुए वीड और हशीश शब्दों के बारे में पूछा तो उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। जब उनसे पूछा गया कि वे जो डूप लेती हैं, क्या उसमें ड्रग्स भी होता है तो एक्ट्रेस ने चुप्पी साध ली। एक्ट्रेस के कई जवाबों से एनसीबी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए।

दीपिका के दो फोन जब्त किए गए

सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को दीपिका के एनसीबी दफ्तर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने सबसे पहले उन्हें आरोपों के बारे में बताया। डेटा का बैकअप लेने के लिए उनके 2 मोबाइल फोन ले लिए गए। उनसे कहा गया कि इस मामले में किसी संदिग्ध या आरोपी से बात नहीं करेंगी। उसके बाद एक अंडरटेकिंग पर साइन करवाए गए। उनसे कहा गया कि 3 फेज में पूछताछ की जाएगी, इसके लिए 3-4 राउंड हो सकते हैं।

दीपिका का नाम ड्रग्स मामले में कैसे आया?

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस से जुड़े ड्रग्स मामले की जांच कर रही एनसीबी के हाथ तीन साल पुरानी वॉट्सऐप ग्रुप चैट लगी थी। 28 अक्टूबर 2017 को हुई इस चैट में दीपिका, उनकी मैनेजर करिश्मा प्रकाश और सुशांत की टैलेंट मैनेजर जया साहा के बीच ड्रग्स को लेकर हुई बातचीत हुई थी।

चैट में दीपिका ने 'हैश' और 'वीड' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए करिश्मा से पूछा था कि माल है क्या? इसके बाद दीपिका और करिश्मा को समन भेजा गया था। करिश्मा ने एनसीबी को बताया था कि इस वॉट्सऐप ग्रुप की एडमिन खुद दीपिका थीं।

कोर्ट में पेश किए जाएंगे स्टेटमेंट

शनिवार को एनसीबी ने दीपिका के अलावा सारा अली खान और श्रद्धा कपूर से भी पूछताछ की। इससे एक दिन पहले एजेंसी के सामने रकुल प्रीत सिंह की पेशी हुई थी। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर एम. ए. जैन का कहना है कि पूछताछ के दौरान उन्होंने जितने भी स्टेटमेंट रिकॉर्ड किए हैं, वे कोर्ट में सबमिट किए जाएंगे। जैन के मुताबिक, ड्रग्स एंगल में अब तक 18-19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।



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एनसीबी ने जब दीपिका पादुकोण से चैट में इस्तेमाल हुए वीड और हशीश शब्दों के बारे में पूछा तो उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

SSR took drugs: Sara, Shraddha slammed September 26, 2020 at 07:17PM

Yuvraj Singh, a friend of late actor Sushant Singh Rajput has slammed actresses Sara Ali Khan and Shraddha Kapoor for allegedly “passing the buck” and claiming that the late actor consumed drugs.

Ajay's sweet daughter's day note for Nysa September 26, 2020 at 06:36PM

On the occasion of Daughters' Day, Bollywood action star and doting daddy, Ajay Devgn showered his love on ‘baby girl’ Nysa.

Shraddha's dad cast as NCB officer in SSR film September 26, 2020 at 05:14PM

Bollywood actress Shraddha Kapoor was grilled by the Narcotics Control Bureau (NCB) as part of their probe into a possible drugs angle in the Sushant Singh Rajput death on Saturday. Meanwhile her father, veteran actor Shakti Kapoor, has been cast as a narcotics officer in an upcoming film inspired by the life of late actor Sushant.

Bollywood's newsmakers of the week September 26, 2020 at 04:30PM

Deepika breaks down during NCB interrogation September 26, 2020 at 10:56AM

Deepika Padukone appeared before the Narcotics Control Bureau for the interrogation in connection to a drug case which emerged during the investigation of Sushant Singh Rajput's unnatural death. The actress arrived at the NCB Office in Colaba before 10 am and left around 3.30 pm.

अनुराग कश्यप पर रेप का आरोप लगाने वाली पायल घोष बोलीं- मुझे मौत का डर है, अगर मैं हिम्मत जुटाकर इतना बोल पाई हूं तो यह समझने की जरूरत है September 26, 2020 at 02:47PM

अनुराग कश्यप पर यौन शोषण के आरोप लगाकर एक्ट्रेस पायल घोष सुर्खियों में हैं। पायल ने अनुराग पर आरोप लगाया है कि 2014 में उन्होंने साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने काफी बुरी तरह खुद को मुझ पर फोर्स किया। पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी जी प्लीज एक्शन लीजिए और देश को इस क्रिएटिव इंसान के पीछे छिपा हुआ राक्षस दिखाइए।'

बीते मंगलवार को पायल ने मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में अनुराग के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज करवाई है।

6 साल पुराने इस मामले के पीछे क्या कहानी है, क्यों पायल इतने साल चुप रही और क्यों अब अचानक सामने आई हैं, इन सब सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर ने पायल घोष से लंबी बात की। उसी बातचीत में पूरी कहानी, खुद पायल की जुबानी...

बकौल पायल घोष - ये 2013 की बात है, मैं अनुराग कश्यप को पर्सनली नहीं जानती थी वह मेरे फेसबुक फ्रेंड थे। उस समय मेरा फेसबुक अकाउंट मेरे मैनेजर चलाते थे क्योंकि मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं थी। मेरे मैनेजर ने उनसे फेसबुक चैट के जरिए बात की और मिलने की अपॉइंटमेंट फिक्स की।

एक दिन मैं उनके आराम नगर वाले ऑफिस में मिलने गई थी। तब उन्होंने मुझे अपने ऑफिस में अंदर बुलाया और मेरे मैनेजर को बाहर रिसेप्शन पर बैठने को कहा। जब मैं अंदर गई तो वह फोन पर बात कर रहे थे। इंग्लिश एक्सेंट में फिल्म की शूटिंग के बारे में बात करते हुए वह लगातार मेरी तरफ गलत निगाह से देख रहे थे। तब मुझे लगा था कि यह इंडस्ट्री ऐसी ही है।

मुझे कुछ देर बाद जब थोड़ा अजीब लगने लगा तो मैंने फिल्म जर्सी की बात शुरू की। अनुराग अब भी किसी और से फोन पर बात कर रहे थे, मेरी बात सुन ही नहीं रहे थे, तो मुझे समझ नहीं आया कि उन्होंने मुझे अंदर बुलाकर क्यों बिठा रखा था।

इस घटना के कुछ दिन बाद अनुराग ने मुझे फोन करके अपने वर्सोवा वाले घर पर बुलाया। जब मैं वहां गई तो उन्होंने मुझे खाना भी खिलाया और अपने अचीवमेंट्स की बातें कीं, मेरे स्ट्रगल के बारे में भी बातें की।

इस तरह की नॉर्मल बातचीत चल रही थीं। रात के 8:30 बज चुके थे और 9:00 बजे मुझे मेरे ड्राइवर को छुट्टी देनी थी इसलिए मैंने अनुराग से कहा कि, सर, काफी देरी हो चुकी है मुझे मेरे ड्राइवर को भी छुट्टी देनी है तो मुझे अब निकलना चाहिए। मुझे उस वक्त कुछ भी खराब नहीं लगा था। सारी चीजें नॉर्मल थी।

उसके अगले दिन उन्होंने मुझे फिर फोन किया और पूछा कि मैं क्या कर रही हूं, तो मैंने कहा कि कुछ नहीं सर। तो उन्होंने कहा कि फिर ठीक है आप आ जाइए हम मिलते हैं। मुझे याद है जब मैं पहली बार उनके ऑफिस में मिलने गई थी उस दौरान भी वह शराब और सिगरेट पी रहे थे, सिगरेट के साथ कुछ और भी था जिसकी गंध बहुत ही अजीब थी।

उस दिन जब मैं फिर से उनसे मिलने पहुंची तब वह मुझे एक दूसरे रूम में ले कर गए जो बहुत ही छोटा सा था। उस लाइब्रेरी जैसे रूम में, वीडियो कैसेट और कुछ किताबें थीं, एक सोफा, टेबल और टीवी भी थी।

वहां उन्होंने मेरे साथ गलत हरकत की और जब उन्होंने देखा कि मैं बहुत ही ज्यादा अनकम्फर्टेबल हो गई हूं तो उन्होंने दूसरी एक्ट्रेसेस का नाम लेना शुरू कर दिया ताकि मैं तैयार हो जाऊं।

मैंने बीते दिनों जिन भी लोगों के नाम लिए हैं, अपने मन से नहीं लिए हैं। उस दिन उन सभी एक्ट्रेसेस के नाम उन्होंने ही लिए थे और जो मैंने पोस्ट किया है और उसमें लिखा है वो सारी बातें अनुराग कश्यप ने उस दिन मुझसे कहीं थी।

उस घटना के बाद अपने आपको संभालते हुए मैं तुरंत वहां से निकल गई क्योंकि मैंने सोचा भी नही था कि ऐसा कुछ हो सकता है। इसके बाद मैं उनसे कभी मिली तो नहीं लेकिन कई बार हमारी वॉट्सऐप पर मैसेज के जरिए बात हुई।

उन्होंने मुझे बार-बार फिर से आने को भी कहा लेकिन मैं कभी भी उनसे मिलने नहीं गई। उस वक्त मुझे यह भी डर लगता था कि बॉलीवुड का बड़ा नाम है और अगर मैं कुछ करना भी चाहूं तो उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाऊंगी, लेकिन मैं जरूर फंस जाऊंगी।

इसके बाद मैंने कोशिश की कि मैं इस घटना को भूल जाऊं और आगे बढ़ जाऊं। लेकिन कई साल हो जाने के बावजूद वैसे अपने जेहन से नहीं निकाल पा रही थी और इस वजह से मैं मानसिक तौर पर बीमार रहने लगी थी।

इसके बाद मैंने फैसला लिया कि मुझे उनके खिलाफ कोई कदम उठाने की जरूरत है। और, इसलिए भी कि जब यह चीज मेरे साथ हुई थी तब मैं बहुत ही छोटी थी लेकिन अब बॉलीवुड में काम करने के बाद और मुंबई शहर में रहने के बाद मुझे ऐसा लगा कि मैं अब उनके खिलाफ बोल सकती हूं।

इसके बारे में मैंने अपनी बहन और कुछ करीबी दोस्तों को बताया तो सबने मुझे कहा था कि ये बहुत ही बड़े लोग हैं। अगर तुम सचमुच कोई कदम उठाना भी चाहोगी तो बुरी तरह से फंस जाओगी। तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा ।

इस घटना के बारे में सबसे पहले अगर किसी को पता भी था तो वह मेरा मैनेजर था। मैंने उसे अगले दिन ही इस पूरी घटना के बारे में बताया था।

उसने कहा था कि हम इस बारे में पुलिस कंपलेन करेंगे। जब मैंने अपने मैनेजर को यह बात बताई थी तब वह भी काफी गुस्से में आ गए थे, लेकिन तब मैंने ही कहा कि हमें शांत दिमाग से सोचने की जरूरत है और उसके बाद हमने चुप रहना ही सही समझा

लेकिन जब हमने देखा वह मी टू मूवमेंट के सपोर्ट में खड़े हैं और तनुश्री दत्ता को सपोर्ट करते हुए सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं तो उनका असली चेहरा सामने लाने का फैसला किया। उनका लोगों के सामने एक अलग चेहरा है जो औरतों की बहुत ही ज्यादा इज्जत करता है और उनके लिए खड़े रहता है लेकिन वही दरवाजे के पीछे किस तरह की गलत हरकत करता है। यह उन्हीं को पता होगा जो इस बारे में जानते होंगे या जिनके साथ काम के लालच में गलत हुआ होगा।

जब मैंने इस बारे में पुलिस में शिकायत की है और आपको (मीडिया) को बता रही हूं तो मुझे बहुत ही ज्यादा शांति महसूस हो रही है क्योंकि मैं बीते 6 साल से इस घटना को अपने अंदर दबा कर रखे हुए थी और कोशिश कर रही थी कि इसे भूल जाऊं, लेकिन मैं नहीं कर पाई और अब अपनी आवाज बुलंद की।

मैं अपने परिवार वालो की बात करूं तो वे रूढ़िवादी सोच के हैं। शुरुआत में जब मैं यहां कोलकाता से भागकर मुंबई आई थी तो मेरे परिवार वालों को मेरा काम और यह जगह बिल्कुल पसंद नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने देखा कि मैं मेहनत और कोशिश से कुछ अच्छा कर रही हूं तो पापा ने मेरा साथ देना शुरू किया।

लेकिन जब यह घटना सामने आई है उसके बाद रिश्तेदार हो या गांव के लोग वे मुझे गलत लड़की समझते हैं। बुरी तरह से बर्ताव करके गंदे सवाल पूछते हैं। लेकिन जब मेरे पापा को पता चला कि मेरे साथ बुरी घटना घटी है तो वह मेरे साथ खड़े रहे जिसके वजह से मुझे ताकत मिली है।

मैं अब हर व्यक्ति को बता रही हूं कि जब इस तरह की चीजें आपके साथ होती हैं और आप उसे याद करते हैं तो आप डिप्रेशन में चले जाते हैं। मुझे एन्जायटी अटैक होने लगे तो मैंने डॉक्टर को दिखाया। उन्होंने मुझसे पूछा ऐसा क्या हुआ। सही वजह बताओ तुम्हारे अंदर कुछ तो है जिसकी वजह से तकलीफ है। बहुत ज्यादा दर्द है जिसकी वजह से तुम्हें यह होता है।

मैं आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि लोग कहेंगे कि इस वजह से किया, उस वजह से किया। मुझे मौत का डर है और जिस किसी को भी मरने का डर होता है वह आत्महत्या नहीं कर सकता। मैं लड़ सकती हूं लेकिन मर नहीं सकती और अगर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ तो यह किसी और के कारण ही होगा, इसीलिए मैं बार-बार बोल रही हूं।

मेरा उस समय का फेसबुक का वॉल पोस्ट भी मेरे पास है जिसमें मैंने इसी फेमस डायरेक्टर को बहुत गुस्से में गाली भी दी थी लेकिन उसके बाद मेरे पेरेंट्स और भाई ने उसको डिलीट भी करवा दिया था और कहा था कि इंडस्ट्री के फेवर में ट्वीट करो और मुझे ऐसा करने के लिए फोर्स किया गया।

हम कोलकाता के एक अच्छे परिवार से आते हैं। एक ऐसी फैमिली से हूं जहां लड़कियां आवाज नहीं उठा सकती, यहां तक की कोई कितना भी पढ़ा लिखा हो उसे काम भी नहीं करने देते। मेरी परवरिश ऐसे ही माहौल में हुई है मेरे पापा भाई को तो छोड़ ही दीजिए, मेरी बहन भी बोल रही थी कि अपनी फैमिली का एक रेपुटेशन है तो ऐसा मत बोल सब खराब हो जाएगा।

उस घटना के बाद से लेकर अब तक मैं अनुराग से नहीं मिली। अनुराग ने मेरे साथ चांस लिया और मैंने उसको मना कर दिया उसके बाद उससे काम मांगने भी कभी नहीं गई क्योंकि अगर दोबारा जाती तो वह यह समझता कि मैं उसके लिए तैयार हूं।

देखें कंगना ने जब जब आवाज उठाई है लोग बोलते हैं पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रही है। उस समय भी मैंने और मेरी बहन सब ने कंगना को सपोर्ट किया था। आज मेरे साथ एक हादसा हुआ तो मुझे निकलने में इतनी तकलीफ हुई तो उसके साथ तो कितना कुछ हुआ है।

अनुराग कश्यप तो कोई छोटा-मोटा आदमी है नहीं, उसकी लॉबी इतनी बड़ी है तो उसके गिरेबान पर हाथ डालना इतनी छोटी बात तो नहीं है। अगर मैंने हिम्मत जुटाकर इतना बोल पाई हूं तो यह समझने की जरूरत है कि मैंने अपना सब कुछ रिस्क में डालकर किया है। कोई भी औरत तभी अपनी जुबान खुलती है जब उसको लगता है कि अब वह कष्ट नहीं झेल पाएगी।

देखिए, किसी हद तक सबूत जरूर है किसी भी तरीके से मेरा केस बहुत मजबूत है और मैं इसे प्रूफ भी कर सकती हूं। उसने मुझे वॉट्सऐप पर ब्लॉक भी कर दिया था लेकिन मेरे पास उस समय दूसरा हैंडसेट था जिसका डेटा हमें रिट्रीव करना है और जब यह सारी चीजें सामने आएंगी तो जो लोग आज उसे अपना दोस्त समझकर सपोर्ट कर रहे हैं वो सब भी चुप हो जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है यह सब कुछ अंतिम नतीजे तक पहुंचेगा। भगवान सिद्धिविनायक का मुझे आशीर्वाद है तो वह मुझे जरूर हेल्प करेंगे।



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Payal Ghosh, who accused Anurag Kashyap of rape, said - even after many years, I could not forget that incident, started becoming mentally ill.