Thursday, July 2, 2020
Choreographer Saroj Khan passes away due to cardiac arrest July 02, 2020 at 05:07PM
Popular choreographer Saroj Khan has passed away. The 71-year-old, who was recently admitted to Guru Nanak Hospital for breathing issues, suffered cardiac arrest and breathed her last at 1.52 am early on July 3, 2020. Her burial ceremony will take place on July 4 in Mumbai.
Saroj Khan is survived by her husband B. Sohanlal, son Hamid Khan and daughters Hina Khan and Sukyna Khan.
With a career span of over forty years, Saroj Khan choreographed more than 2000 songs. She was a three-time National Award winner for the songs – ‘Dola Re Dola’ from Sanjay Leela Bhansali's Devdas, ‘Ek Do Teen’ from Tezaab and ‘Ye Ishq Haaye’ from Jab We Met.
Saroj Khan last choreographed for ‘Tabaah Hogaye’, featuring Madhuri Dixit in 2019 film, Kalank.
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अमिताभ ने लिखा- हाथ जुड़े हैं मन अशांत, अनुपम बोले- आपके सिखाया इन्सान शरीर से नहीं, दिल और आत्मा से नाचता है July 02, 2020 at 05:45PM
बॉलीवुड के लिए गुरुवार की रात एक और बुरी खबर लेकर आई जब मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थीं। उनके निधन पर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े तमाम लोगों ने दुख जताया है। महानायक अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'प्रार्थनाएं, हाथ जुड़े हैं, मन अशांत'।
अनुपम खेर ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'डान्स की मल्लिका #सरोजखान जी अलविदा। आपने कलाकारों को ही नहीं बल्कि पूरे हिन्दुस्तान को बहुत ख़ूबसूरती से सिखाया कि “इन्सान शरीर से नहीं, दिल और आत्मा से नाचता है”। आपके जाने से नृत्य की एक लय डगमगा जाएगी। मैं पर्सनली ना सिर्फ़ आपको बल्कि आपकी मीठी डांट को भी बहुत मिस करूँगा।'
अमिताभ बच्चन
अनुपम खेर
##अक्षय कुमार
##फराह खान
##मनोज वाजपेयी
##रकुलप्रीत सिंह
##पलक मुछाल
##
तीन साल की उम्र में बनीं थींचाइल्ड आर्टिस्ट
71 साल कीसरोज खान ने तीन साल की उम्र में चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में काम शुरू किया था। इसके बाद 50 के दशक में उन्होंने बैकग्राउंड डांसर के रूप में नई पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे असिस्टेंट डायरेक्टर बनीं और 1974 में आई फिल्म 'गीता मेरा नाम' से उन्हें बतौर स्वतंत्र कोरियोग्राफर पहला ब्रेक मिला।
अपने करियर में उन्होंने करीब 2 हजार से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया, जिसके चलते कोरियोग्राफी के मामले में उन्हें 'मदर ऑफ डांस' भी कहा जाता है। उन्होंने आखिरी बार 2019 की फिल्म 'कलंक' के गाने 'तबाह हो गए...' में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था।
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Netizens mourn the demise of Saroj Khan July 02, 2020 at 05:21PM
HBD Tejaswi Madivada: 5 pics of the actress July 02, 2020 at 02:31PM
बॉलीवुड कोरियाग्राफर सरोज खान का 71 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन, 13 दिन से अस्पताल में भर्ती थीं July 02, 2020 at 03:47PM
बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का गुरुवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वेकई दिन से बीमार चल रहीं थीं। हालांकि, उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था। 71 साल की सरोज खान ने करीब दोहजार गाने कोरियोग्राफ किए। श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित समेत बॉलीवुड की तमाम बड़ी एक्ट्रेस उनके निर्देशन में थिरकती नजर आईं।
मौत के वक्त सरोज के पति बी. सोहनलाल, बेटा हामिद खान और दोनों बेटियां हिना और सुकन्या उनके करीब थीं। सरोज करीब 40 साल बॉलीवुड में कोरियोग्राफर रहीं। इसके अलावा साउथ की कई फिल्मों में भी उन्होंने एक्टर्स को डांस स्टेप्स सिखाए।
पहली फिल्मगीता मेरा नाम थी
सरोज की पहली फिल्म 1974 में आई गीता मेरा नाम थी। इसमें हेमा मालिनी लीड रोल में थीं। तीन बार उन्होंने नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया। मिस्टर इंडिया का हवा-हवाई (1987), एक दो तीन तेजाब का बेहद हिट रहा। 1988 में आई इस फिल्म से माधुरी दीक्षित छा गईं थीं। 1992 में आई बेटा का गीत धक-धक करने लगा और डोला रे डोला (2002) उनके हिट नंबर हैं।
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स्वरा भास्कर बोलीं- मैं उन्हीं किरदारों को निभाती हूं जो शायद कोई और ना करना चाहे, सुशांत मामले में कहा- हमने उन्हें दो बार मारा है July 02, 2020 at 02:05PM
एक्ट्रेस स्वरा भास्कर हाल ही में अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम हुई वेब सीरीज 'रसभरी' में नजर आईं हैं और इसे लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में उन्होंने इस वेब सीरीज में अपने रोल, सुशांत आत्महत्या मामले और नेपोटिज्म जैसे कई विषयों पर खुलकर बात की। साथ ही अपने किरदार से जुड़े कुछ रोचक किस्से भी साझा किए।
'रसभरी' में निभाए अपने दो किरदारों के बारे में बताते हुए स्वरा ने कहा, 'इस वेब सीरीज मैंने दो किरदार निभाए हैं जहां एक किरदार इंग्लिश स्कूल टीचर का है, वहीं दूसरा एक ऐसी आउट ऑफ कंट्रोल महिला का है, जिसका नाम 'रसभरी' है और जिसे खुद भी नहीं पता कि वह क्या और क्यों करती है।'
'इन दोनों किरदारों में जो स्विच था वह बहुत ही इंटरेस्टिंग था। जहां एक तरफ शानू सीधी-साधी दिखाई दी, वहीं दूसरी तरफ 'रसभरी' के किरदार को ऐसे निभाना था जो वल्गर ना लगे। साथ ही इस सीरीज में एक टीचर और एक स्टूडेंट के उस पवित्र रिश्ते को भी दिखाया गया है जहां रिस्पेक्ट है, केयर है और अंडरस्टैंडिंग है।'
सवाल- कई बार जवाब आप कुछ ऐसे रोल निभाती हैं जिसके लिए आपको सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता है?
स्वरा- 'मुझे लगता है कि मैं उन्हीं किरदारों को निभाती हूं जो शायद और कोई ना करना चाहे। 'रसभरी' नाम का जो मेरा किरदार है, वो एक तो बहुत बेबाक है और दूसरा जो हमारे समाज हमारे देश की मानसिकता है उससे काफी हटकर है। मुझे हमेशा से पता था कि इस किरदार को करने के बाद मुझे सोशल मीडिया पर बहुत ट्रोल किया जाएगा।'
'मेरी फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' के समय भी मेरे एक सीन को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा था। इस सीरीज के डायरेक्टर ने इस बात का ख्याल रखा कि स्क्रिप्ट इस तरह से हो कि यह पूरी कहानी दर्शकों को वल्गर ना लगे।'
सवाल- सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर क्या कहना चाहेंगीं?
स्वरा- 'सबसे पहले तो मैं यह कहना चाहूंगी कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत बेहद ही दुखद है। मुझे लगता है कि एक कलाकार होने के नाते सुशांत को एक बहुत लंबा सफर तय करना था क्योंकि वे बहुत प्रतिभावान थे। बहुत दुख होता है जब एक ऐसा व्यक्ति जो हर पैमाने पर सक्सेसफुल है इतनी जल्दी गुजर जाए।'
'मुझे बहुत धक्का लगा सुशांत सिंह की मौत की खबर सुनकर क्योंकि मैं उनकी कहानी से बहुत रिलेट कर सकती हूं। मैं भी एक आउटसाइडर हूं, अकेली रहती हूं। लेकिन उनकी मौत से दरअसल इस चकाचौंध वाली दुनिया से पर्दा हट गया है।'
'आप चाहे बहुत सक्सेसफुल हों, 200 करोड़ की फिल्म करके बैठे हों, आपने पैसे भी बना लिए हों, आप लोगों के आइडल भी हो और अपना मुकाम बना चुके हों। बाहरी रूप से देखा जाए तो आप सफलता की टेक्स्ट बुक हैं लेकिन फिर भी डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो किसी को भी पकड़ सकती है।'
'मुझे लगता है कि सुशांत ने एक पर्दाफाश किया है हमारे समाज का और हमारी मानसिकता का, क्योंकि हमें पता ही नहीं है कि हमारे दिल की गहराइयों में कैसी और क्या बातें छुपी हुई हैं। जिसे हम कभी टटोल कर नहीं देखते और जिसके बारे में कभी बात भी नहीं की जाती। लेकिन डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है, क्योंकि डिप्रेशन पैसा देखकर नहीं आता, आपका ओहदा देखकर नहीं आता।'
'मैं बस यही कहना चाहूंगी कि सुशांत सिंह राजपूत को हमने दो बार मारा है। जिस तरीके से उनकी मौत के बाद लोगों ने अपने पर्सनल एजेंडा निकाले और तू-तू मैं-मैं शुरू कर दी, यह वक्त नहीं था यह सब करने का। मेरे ख्याल से यह वक्त था सुशांत को याद करने का, सुशांत को सेलिब्रेट करने का और हमने इस शोरगुल में वो मौका खो दिया है।'
'बहुत ही इनसेंसेटिव तरीके से इस मैटर को हैंडल किया गया है और सब उनकी मौत पर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं। हमने सुशांत की मौत में भी उनको अकेला नहीं छोड़ा।'
सवाल- सुशांत की मौत के बाद करण जौहर को बहुत ट्रोल किया जा रहा है। आप भी एक आउटसाइडर रही हैं, आप इस पर क्या कहना चाहेंगी?
स्वरा- 'बॉलीवुड में मुझसे बड़ा आउटसाइडर नहीं है क्योंकि मैंने वो हरकतें की हैं जो कोई स्टार नहीं करता। कभी पॉलिटिक्स के बारे में बोल दिया, कभी सामाजिक मुद्दों के बारे में बोल दिया, पंगे ले लिए यहां-वहां, हम सभी जानते हैं कि इंडस्ट्री में नेपोटिज्म एग्जिस्ट करता है। जिस किस्म का लॉन्च आलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा और सोनम कपूर को मिला है, उस किस्म का लॉन्च मुझे नहीं मिला।'
'जिस मुकाम पर वे लोग 1 साल में पहुंच जाते हैं, वहां पहुंचने में मुझे 10 साल लगते हैं, लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं है कि करण जौहर, आलिया भट्ट या सोनम कपूर, सुशांत सिंह राजपूत के कातिल हैं? किसी बेवकूफी भरे चैट शो में किसी मजाकिया बात को सुनकर सुशांत ने अपनी जान ले ली। यह सब सरासर बकवास है। ना आप डिप्रेशन को समझ पा रहे हैं, ना आप सुशांत के दुख की गंभीरता को समझ पा रहे हैं।'
'बॉलीवुड चाहे लाख बुरी हो लेकिन इस इंडस्ट्री की ये खासियत है कि टैलेंट छुपता नहीं है यहां और इसका सबसे बड़ा प्रमाण है अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, इरफान खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, राजकुमार राव, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी और मैं, हम सभी आउटसाइडर हैं लेकिन सबने इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई है।'
'मुझे लगता है कि आखिर में जनता ही तो स्टार किड्स को बढ़ावा देती है। धड़क, स्टूडेंट ऑफ द ईयर और हीरोपंती जैसी फिल्मों को देखने दर्शक थिएटर में पहुंचते हैं, लेकिन हमारी फिल्में घर पर डाउनलोड करके देखी जाती हैं। राजकुमार राव की फिल्म ट्रैप, ऋचा चड्डा कि 'आर्टिकल 375' इन फिल्मों को देखने के लिए लोग सिनेमाघरों में क्यों नहीं आते?
सवाल- जब कभी आपकी फिल्म फ्लॉप होती है या आप बहुत लो फील करती हैं तो अपने आप को उस माहौल से उबारने के लिए क्या करती हैं?
स्वरा- 'मैं बस यही कहना चाहूंगी कि चकाचौंध की दुनिया कितनी खोखली है यह तो हमें सुशांत की मौत के बाद पता चल ही गया है और उनकी मौत के बाद ये भी साबित हुआ है कि कामयाबी, पैसा, शोहरत, 200 करोड़ की फिल्में, टॉप प्रोड्यूसर के साथ काम और खुशी का कोई लेना-देना नहीं है।'
'मैं बॉलीवुड को दुनिया का एक बहुत छोटा हिस्सा मानती हूं और उसके अलावा भी मेरी जिंदगी में कई सारे पहलू और कई सारे काम हैं, जो मुझे करने हैं। इसीलिए मैं दोनों चीजों को बैलेंस करने की कोशिश करती हूं। मेरा परिवार और मेरे दोस्त, मेरी जिंदगी में हमेशा रहते हैं और किसी तरह की कोई नेगेटिविटी मेरे आस-पास आने नहीं देते।'
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