महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राकांपा नेता जयंत पाटील ने कंगना के बयानों को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र और मुंबई के लिए अपशब्दों का प्रयोग करके मुंबई का अपमान किया है। शुक्रवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित हुआ है, जिसमें जयंत पाटिल ने एक्ट्रेस का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा है। इस बीच शुक्रवार को एक्ट्रेस ने बालासाहेब ठाकरे का पुराना इंटरव्यू शेयर करते हुए शिवसेना पर निशाना साधा है। इसके अलावा एक ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से सवाल भी पूछा है।
लेख में जयंत पाटील ने कहा कि व्यवसाय का अवसर, महिला सुरक्षा और सहिष्णुता की दृष्टि से मुंबई और महाराष्ट्र ने देश में आदर्श कायम किया है। हालांकि, कुछ लोग इसके लिए आभारी नहीं हैं। यह बहुत वेदना दायक है।
पुलिस के बारे में अपमानजनक बातें कहना पब्लिसिटी स्टंट
पाटिल ने आगे कहा-शहर की पुलिस बल की तुलना पाकिस्तान के साथ करना बेहद निंदनीय है। पुलिस के बारे में अपमानजनक बातें कहने का मतलब सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट है। मुंबई हमारी माता है। यह किसी के साथ भेदभाव न करते हुए सभी को गले लगाती है। इसलिए मुंबई का और राज्य के सर्वोच्च पदों का सम्मान होना चाहिए।
मुंबई का सम्मान बनाए रखना हमारा कर्त्तव्य
जयंत पाटील ने कहा कि मुंबई के सम्मान को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के नेता देवेंद्र फडनवीस मुख्यमंत्री थे तब अगर किसी ने उनके बारे में अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया होता तो वह भी इसकी निंदा करते। राज्य के प्रमुखों के खिलाफ इस तरह की भाषा के इस्तेमाल को जनता या कोई और बर्दाश्त नहीं करेगा।
बाला साहब को डर था कि शिवसेना, कांग्रेस बन जाएगी: कंगना
एक टीवी इंटरव्यू को ट्वीट कर कंगना रनोट ने शुक्रवार को कहा."महान बाला साहेब ठाकरे मेरे सबसे पसंदीदा आइकन में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था कि किसी दिन शिवसेना गुटबंधन करेगी और कांग्रेस बनेगी। मैं जानना चाहता हूं कि आज उनकी पार्टी की स्थिति को देखते हुए उनकी सजग भावना क्या है?"
सोनिया गांधी से भी एक्ट्रेस ने पूछा सवाल
इसके अलावा एक ने ट्वीट में एक्ट्रेस ने कहा,"कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी, एक महिला होने के नाते आप महाराष्ट्र में अपनी सरकार द्वारा मेरे साथ किए गए बर्ताव से दुखी नहीं हैं? क्या आप डॉ.अंबेडकर द्वारा हमें दिए गए संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखने का अनुरोध अपनी सरकार से नहीं कर सकती हैं?
कंगना के समर्थन में आगे आया हिमाचल महिला आयोग
कंगना रनोट के ऑफिस को तोड़े जाने को हिमाचल प्रदेश महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि फिल्म अभिनेत्री के साथ हुए कथित उत्पीड़न के मसले को आयोग संबंधित प्राधिकारियों के सामने उठाए। आयोग ने पत्र की एक प्रति महाराष्ट्र महिला आयोग को भी भेजा है। प्रदेश महिला आयोग के सदस्य सचिव संदीप नेगी ने कहा कि उन्होंने बीएमसी, मुंबई पुलिस और राजनीतिक नेताओं द्वारा रनोट के खिलाफ कथित उत्पीड़न की घटनाओं पर मीडिया में आई खबरों को स्वतः संज्ञान लिया है।
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