बॉलीवुड डेस्क. तापसी पन्नू का कहना है कि 'थप्पड़' की शूटिंग के दौरान को-एक्टर पवैल गुलाटी ने उन्हें 7 थप्पड़ मारे थे, तब कहीं जाकर परफेक्ट शॉट आ पाया। वे फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में एक न्यूज वेबसाइट से बात कर रही थीं। तापसी कहती हैं कि डर और चिंता के चलते पवैल खुद को उन्हें थप्पड़ मारने के लिए दो दिन तैयार कर पाए थे।
'शॉट के रीटेक्स की जरूरत थी'
बकौल तापसी, "सही शॉट पाने के लिए मुझे कई बार चांटा मारा गया। मोशन पिक्चर में यह सिर्फ एक बार है। हालांकि, पवैल इस बात से आशंकित थे कि हमने 7 टेक्स में शॉट पूरा किया। मुझे लगता है कि पूरी फिल्म में मैंने इतने रीटेक और कहीं नहीं लिए होंगे। यह स्पष्ट था कि इस शॉट के लिए मुझे कई रीटेक की जरूरत थी। चूंकि यह महत्वपूर्ण शॉट था, इसलिए इसे कमजोर नहीं कर सकते थे।"
अनुभव ने कहा था शॉट सटीक होना चाहिए
तापसी आगे कहती हैं, "अनुभव (सिन्हा) ने कहा था कि थप्पड़ वाला शॉट सटीक होना चाहिए, ताकि जब ऑडियंस इसे 60 एमएम के पर्दे पर देखे तो इम्पैक्टफुल लगे। हालांकि, पवैल उस वक्त घबरा गए थे और उन्होंने मुझे थप्पड़ मारने के लिए तैयार होने में दो दिन लगा दिए।"
पवैल चाहते थे तापसी उन्हें थप्पड़ मारें
तापसी के मुताबिक, रीटेक का मतलब यह नहीं कि पवैल ने उन्हें सामान्य रूप से 7 थप्पड़ मारे थे। वे कहती हैं, "सच कहूं तो पवैल ने मुझे सलाह दी थी कि मैं उन्हें थप्पड़ मारूं, ताकि वे शॉट के दौरान बुरा महसूस न करें। कभी वे मेरे गले पर मारते तो कभी कान पर। फिर मैंने उन्हें कहा कि कुछ मत सोचो, बस मुझे एक जोर का थप्पड़ मारो और शॉट पूरा करो।"
अपने किरदार को लेकर भी बोलीं तापसी
फिल्म में अपने किरदार को लेकर तापसी कहती हैं, "अमृता का किरदार मेरे लिए घुटन भरा रहा। लेकिन मैंने इसे चुनौती के रूप में लिया। 15 दिन के शूट के बाद मैं क्लॉस्टेरोफोबिक महसूस कर रही थी। मेरे लिए अपनी फायरब्रांड इमेज और माइंड स्पेस से बाहर निकलकर किरदार में घुसना बहुत मुश्किल हो रहा था।"
28 फरवरी को रिलीज होगी फिल्म
अनुभव शुक्ला के निर्देशन में बनी 'थप्पड़' में तापसी और पवैल के अलावा रत्ना पाठक, तन्वी आजमी, दीया मिर्जा, राम कपूर और कुमुद मिश्रा की भी अहम भूमिका है। यह फिल्म 28 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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