बॉलीवुड डेस्क. फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान ने एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। इन्ही में से एक है 2004 में रिलीज हुई ‘मैं हूं ना’। हाल ही में फराह ने इस फिल्म को लेकर कुछ खुलासे किए। उन्होंने कहा...‘मैं हूं ना’ बनाते समय मैंने यह बात सुनिश्चित की थी कि फिल्म का मेन विलन मुस्लिम आतंकवादी न हो। वो एकदम भारतीय हो।
सिर्फ इतना ही नहीं फराह ने ये भी बताया कि उन्होंने विलन का दायां हाथ जिस व्यक्ति को चुना उसका नाम खान था। इस व्यक्ति को अहसास होता है कि उसे पूरी जिंदगी गलत दिशा में चलने के लिए प्रेरित किया गया था और इस वजह से उसने अपने देश की जगह आतंकवाद को चुना।’
फराह की मानें तो खान जो कि मुसलमान हैं वह फिल्म में मेजर राम प्रसाद शर्मा को जानकारी देकर खलनायक से नायक बनता दिखता है। फिल्म में सुनील शेट्टी ने खलनायक की भूमिका निभाई थी। उन्होंने राघवन नामक एक पूर्व सेना अधिकारी का किरदार निभाया था। फिल्म के अंत में राघवन ने कैदियों को शांतिपूर्ण तरीके से छोड़ने के प्रस्ताव को नकार कर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को और खराब करने की योजना बनाई थी।
ड्रॉप कर दी थी सीक्वल की प्लानिंग
इस मौके पर फराह ने यह भी बताया कि उन्होंने इस फिल्म के सीक्वल की संभावना बनाई थी जो बाद में पूरी नहीं हो पाईं। बकौल फराह, "एक बार मैंने इसकी अगली कड़ी के लिए प्लानिंग की थी, जिसकी कहानी फिल्म के अंत के 15 साल बाद सेट की गई थी। हालांकि फिर मैंने इस प्लान को ड्रॉप कर दिया।’
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