बॉलीवुड डेस्क. सुनील शेट्टी शुक्रवार को मुंबई में एक स्टोर लॉन्च इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान जब उनसे दिल्ली में हुई हिंसा पर प्रतिक्रिता मांगी गई तो उन्होंने उन लोगों को ही जिम्मेदार ठहराया, जो इसमें शामिल हुए। शेट्टी ने यह भी कहा कि जब किसी पुलिसवाले को मारा जाता है तो उन्हें बहुत दुख होता है। साथ ही कहा कि सभी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और उसके इम्प्लीमेंटेशन को समझने की जरूरत है।
हमारी सोच वैसी हो गई है: शेट्टी
शेट्टी ने कहा, "हमारी सोच वैसी हो गई है। हम सरकार को या इनको-उनको दोष देते हैं। लेकिन अगर अलग रास्ते पर जा रहे हैं तो किसी के बोलने पर हम ही जा रहे हैं न। इंडिया की खूबसूरती यही है कि सभी कल्चर के लोग साथ रहते हैं। मेरे अपने परिवार में हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सब हैं। इसी तरह मैं अपने देश को देखता हूं। अगर हर एक यह ठान ले कि हम झगड़ा नहीं करेंगे, राजनीतिक फायदा किसी को भी हो, नुकसान हमें क्यों हो? तो सब ठीक हो सकता है।"
'दुख होता है, जब पुलिसवाले को मारा जाता है'
सुनील ने अपनी बातचीत में आगे कहा, "सीएए को समझना बहुत जरूरी है। उसके इम्प्लीमेंटेशन को समझना जरूरी है। दुख होता है, जब एक ऐसे इंसान को मारा जाता है, जो पुलिस की वर्दी में है। एक इंसान जो देश के लिए सबकुछ कर रहा है आर्मी, नेवी, एयरफ़ोर्स, पुलिस, सीआरपीएफ, मुझे लगता है कि हमें इन सबका सम्मान करना सीखना बहुत जरूरी है।"
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