सुशांत सिंह राजपूत के निधन को 13 दिन बीत चुके हैं। उनकी तेरहवीं पर उनके परिवार ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। इस स्टेटमेंट में सुशांत को आखिरी गुडबाय कहने के साथ कई अन्य सारी बातें भी कही गई हैं।
स्टेटमेंट में लिखा है, 'गुडबाय सुशांत। आपके लिएसुशांत सिंह राजपूत हमारे लिएदुलारागुलशन(सुशांत का निकनेम)था। वहखुलेदिल वाले, बातूनी और तेज दिमाग केथे। उन्हें हर चीज़ को जानने की बेहद उत्सुकता रहती थी। वह बेहिचक सपने देखते थे और शेरों के दिल के साथ सपनों को हकीकत में बदलने की काबिलियत रखते थे। वह परिवार का गौरव और प्रेरणा थे।
उनका टेलिस्कोप उनके लिए सबसे कीमती चीज थी जिससे वह सितारों को निहारते थे। हम इस बात को स्वीकार नहीं पा रहे कि अब हमें उनकी हंसी सुनने को नहीं मिलेगी। उनकी चमकती आंखें हम कभी देख पाएंगे। हमें उनकी साइंस से जुड़ी कभी न खत्म होने वाली बातें सुनने को नहीं मिलेंगी। उनके जाने से परिवार में हमेशा के लिए खालीपन आ गया है जो कभी नहीं भर पाएगा। वह अपने हर फैन से बहुत प्यार करते थे।
हमारे गुलशन पर इतना प्यार बरसाने के लिए धन्यवाद। उनकी यादों और विरासत को आगे ले जाने के इरादे से अब परिवार सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन की स्थापना करने जा रहा है जिसके जरिए सिनेमा, साइंस और स्पोर्ट्स से जुड़ी युवा प्रतिभाओं को मौका दिया जाएगा। उनका राजीव नगर, पटना में स्थित बचपन का घर अब मेमोरियल में तब्दील कर दिया जाएगा। हम उनके पर्सनल सामानों जैसे किताबों, टेलिस्कोप, फ्लाइट सिम्युलेटर को वहां रखेंगे ताकि उनके चाहने वाले उन्हें देख सकें।
अब से हम उनके इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक पेज को यादगार अकाउंट के रूप में चलाएंगे जिसके जरिए उनकी यादें सदा जिंदा रहेंगी। हम आपकी प्रार्थनाओं के लिए शुक्रगुजार हैं'-सुशांत का परिवार।
14 जून को हुआ था निधन: सुशांत ने 14 जून की सुबह अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 15 जून को उनका अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया था। अस्थि विसर्जन पटना में किया गया था।
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