दिवंगत म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान की पत्नी कमलरुख को कंगना रनोट का सपोर्ट मिला है। दरअसल, पारसी कम्युनिटी से ताल्लुक रखने वाली कमलरुख ने एंटी कन्वर्जन बिल पर चल रही बहस पर अपना पक्ष रखा है और आरोप लगाया है कि वाजिद के परिवार वाले उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं और इस्लाम कबूल करने का दबाव बना रहे हैं। अब कंगना ने पीएम मोदी से पारसी कम्युनिटी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया है।
'पारसी इस देश के सच्चे अल्पसंख्यक'
कंगना ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, "पारसी इस देश के सच्चे अल्पसंख्यक हैं। वे देश पर कब्जा करने नहीं आए थे, वे याचक की तरह आए थे और उन्होंने भारत मां से सच्चाई के साथ प्यार मांगा था। उनकी छोटी सी जनसंख्या ने देश की खूबसूरती और अर्थव्यवस्था बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।"
हम पारसियों की सुरक्षा कैसे कर रहे?
कंगना ने लिखा है, "वह (कमलरुख) मेरे दोस्त की विधवा एक पारसी महिला है, जिसे परिवार द्वारा धर्मांतरण के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। मैं प्रधानमंत्री कार्यालय से पूछना चाहती हूं कि ऐसे अल्पसंख्यक लोग, जो सहानुभूति के लिए ड्रामा नहीं करते, मारकाट, दंगे और धर्मांतरण नहीं करते। हम उन्हें कैसे बचा रहे हैं। तेजी से घटती पारसियों की जनसंख्या एक मां के रूप में भारत के चरित्र पर सवाल उठाती है।"
##कंगना लिखती हैं, "सबसे ज्यादा ड्रामा करने वाले बच्चे को सबसे ज्यादा अटेंशन और फायदा मिल जाता है। और, जो इसका हकदार है, संवेदनशील और देखभाल करने लायक है, उसे कुछ नहीं मिलता। हमें सोचने की जरूरत है।" इसके साथ कंगना ने एंटी कन्वर्जन बिल को टैग किया है।
##कमलरुख ने अपनी पोस्ट में क्या कहा?
कमलरुख ने अपनी पोस्ट में लिखा है, "मैं पारसी हूं और वे मुस्लिम थे। हमें आप कॉलेज स्वीटहार्ट कह सकते हैं। हमने स्पेशल मैरिज एक्ट (एक ऐसा एक्ट जिसके तहत आप दूसरे धर्म में शादी कर सकते हैं।) के तहत शादी की थी। मैं अपनी इंटर-कास्ट मैरिज का अनुभव साझा करना चाहती हूं...इस दौर और उम्र में कैसे एक महिला पूर्वाग्रह का सामना कर सकती है। धर्म के नाम पर तकलीफ देना और भेदभाव करना शर्मनाक और आंखें खोलने वाला है।" (पढ़ें पूरी खबर)
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