खुद को सुशांत सिंह राजपूत का दोस्त बताने वाले प्रोड्यूसर संदीप सिंह की मानें तो उनके सामने उन्होंने कभी ड्रग्स नहीं लिया था। दरअसल, एक इंटरव्यू में रिया चक्रवर्ती ने यह दावा किया था कि सुशांत 'केदारनाथ' की शूटिंग से पहले से ड्रग्स ले रहे थे। एक इंटरव्यू में संदीप से इसे लेकर रिएक्शन मांगा गया था। जवाब में उन्होंने कहा कि अगर रिया ऐसा कह रही हैं तो इसके बारे में वे ही जानती होंगी।
सुशांत से दोस्ती कब हुई?
संदीप की मानें तो सुशांत से उनकी दोस्ती तब हुई थी, जब उन्होंने उन्हें 'सरस्वतीचंद्र' (2013-14) सीरियल ऑफर किया था। हालांकि, सुशांत ने यह शो करने से साफ इनकार कर दिया था। क्योंकि वे फिल्में करना चाहते थे। संदीप की मानें तो वे उनकी इस ईमानदारी से काफी प्रभावित हुए थे।
परिवार ने क्यों नहीं पहचाना?
आज तक से बातचीत में संदीप ने बताया कि सुशांत के साथ उन्होंने यात्राएं की हैं, साथ खाना खाया है। लेकिन इस दौरान ऐसा कोई फैमिली फंक्शन नहीं हुआ, जिसमें वे उन्हें अपने परिवार से इंट्रोड्यूस करा पाते। बकौल संदीप, "ऐसा कभी नहीं हुआ कि जब सुशांत का परिवार मुंबई में हो और उन्होंने मुझे उनसे मिलाया हो। फिर वे मुझे कैसे पहचानेंगे? क्या यह जरूरी है कि हम किसी स्टार के दोस्त हैं तो उसकी पूरी फैमिली हमें जानें? मेरी दोस्ती उनसे बहुत गहरी थी और सालों पुरानी थी।"
डेढ़ साल पहले आखिरी बार बात हुई थी
इंटरव्यू में संदीप ने बताया कि सुशांत से उनकी आखिरी बार बात करीब डेढ़ साल पहले हुई थी। इसके बाद सुशांत 'छिछोरे' में व्यस्त हो गए और खुद संदीप बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' में। हालांकि, इस दौरान वे मैसेजेज के जरिए संपर्क में रहे। यहां तक कि वे सुशांत के साथ फिल्म 'वंदे भारतम' की प्लानिंग कर रहे थे।
संदीप कहते हैं, "अगर हम एक-डेढ़ साल नहीं मिलते हैं और सुशांत ने मुझे कुछ नहीं बताया तो क्या उनकी मौत की खबर सुनने के बाद मुझे उनके घर नहीं जाना चाहिए था? क्या मुझे अपने पुराने अच्छे दिनों को भूल जाना चाहिए था और यह सोचना चाहिए था कि लोग क्या कहेंगे? पुलिस पूछताछ करेगी? क्या मुझे सोशल मीडिया प्रेशर के बारे में सोचना चाहिए था? क्या मुझे अपनी बॉडी लैंग्वेज के बारे में सोचना चाहिए था?"
मौत की खबर सुन सहम गए थे संदीप
संदीप के मुताबिक, वे अपने एक पड़ोसी के यहां खाना खाने गए थे। तब उन्होंने न्यूज चैनल पर सुशांत की मौत की खबर देखी। उन्होंने खबर की पुष्टि के लिए सुशांत और अपने कॉमन फ्रेंड महेश शेट्टी को फोन लगाया। हालांकि, खुद महेश ने भी सिर्फ खबरें ही सुनी थीं। बाद में दोनों सुशांत के घर पहुंचे। लेकिन शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने के बाद ही उन्हें सुशांत के फ्लैट (जी छठे माले पर था) में एंट्री दी गई। इसके पहले उन्हें पांचवें माले से ही नीचे भेज दिया गया था।
जब पहली बार मीतू से मिले संदीप सिंह
संदीप के मुताबिक, जब सुशांत को एम्बुलेंस में रखकर हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, तब पुलिस वालों ने उनसे उनका नंबर लिया था। कूपर हॉस्पिटल में जब पोस्टमॉर्टम होने जा रहा था, तब पुलिस वाले ने उन्हें फोन कर सुशांत के किसी फैमिली मेंबर और उनका आईडी कार्ड लेकर बुलाया था। वे कहते हैं, "इसके बाद मैं ऊपर गया। तब मैं मीतू (सुशांत की बहन) दीदी से जीवन में पहली बार मिला। फिर मैं उन्हें लेकर कूपर हॉस्पिटल पहुंचा।"
पुलिस को थम्सअप क्यों किया था?
पिछले महीने इस बात की खूब चर्चा रही थी कि संदीप सिंह ने मुंबई पुलिस को थम्सअप किया था। इसे सुशांत के खिलाफ साजिश से जोड़कर देखा जा रहा था और संदीप सिंह को मास्टरमाइंड कहा जा रहा था।
इस पर सफाई देते हुए उन्होंने ताजा इंटरव्यू में कहा, "मैंने मास्क पहना हुआ था। जब मैं गाड़ी से उतरा तो वहां (कूपर हॉस्पिटल में) बहुत सारी मीडिया थी। उसी वक्त पुलिसकर्मी ने पूछा कि संदीप कौन है?तो मैंने थम्सअप किया। बजाय इसके कि मैं चिल्लाकर कहता कि मैं संदीप हूं। यह मैं इसलिए स्पष्ट कर रहा हूं, क्योंकि इसे लेकर मेरे ऊपर बहुत बड़ा सवाल उठा था कि मैंने ऐसा क्यों किया था?"
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