बॉलीवुड डेस्क. इंडस्ट्री में अपने 10 साल पूरे करने जा रहीं सोनाक्षी सिन्हा महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों से खासी नाराज हैं। एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कोई भी भारत की बेटी नहीं बनना चाहता। इतना ही नहीं उन्होंने निर्भया मामले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं बार बार रिपीट क्यों हो रही हैं। फिलहाल एक्ट्रेस सलमान खान के साथअपनी आगामी फिल्म 'दबंग 3' के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यह फिल्म 20 दिसंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
देश में लगातार सामने आ रही बलात्कार और यौन हिंसा की खबरों पर सोनाक्षी ने कहा कि पता नहीं ऐसे लोगों की क्या सोच होती है, यह सब बहुत ही भयंकर है। उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी लड़कियां सेफ नहीं हैं, अगर ऐसा ही रहा तो अब कोई भी देश की बेटी नहीं बनेगी। वहीं महिला सशक्तिकरण को लेकर उन्होंने कहा कि वक्त बदल रहा है औरतें अपने हक के लिए हर क्षेत्र में आवाज उठाने लगी हैं।
"जो देवी की तरह पूजी जाती हैं, उन्हें हक के लिए लड़ना पड़ता है"
सोनाक्षी ने बताया कि हमारे देश में लड़कियों को देवियों की तरह पूजा जाता, लेकिन हैरानी की बात है देवियों को ही अपने हक के लिए लड़ना पड़ता है। उन्होंने हैदराबाद कांड पर भी जमकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए निर्भया मामले को हुए सात साल हो चुके हैं, लेकिन फिर भी इस तरह की भयानक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश में इन घटनाओं के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं तो यह सब बार-बार क्यों हो रहा है।
गौरतलब है कि सोनाक्षी ने बॉलीवुड में कई फीमेल लीड किरदार निभाए हैं। वे 'अकीरा', 'हैप्पी फिर भाग जाएगी', 'नूर' जैसी फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं। वुमन सेंटरिक फिल्मों के टैग पर उन्होंने कहा था कि मैं चाहती हूं कि एक फिल्म को फिल्म की तरह ही देखा जाना चाहिए, क्योंकि जब सलमान खान या अक्षय कुमार फिल्म बनाते हैं तो कोई नहीं कहता कि यह मेल सेंटरिक फिल्म है। फिल्म 'खानदानी शफाखाना' को लेकर उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि इस फिल्म को महिला द्वारा लीड किरदार निभाई गई फिलम बुलाएं।
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