फैक्ट चेक डेस्क. जेएनयू में चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के बाद से ही दीपिका पादुकोण चर्चा में बनी हुई हैं। इसी बीच 10 जनवरी को उनकी फिल्म 'छपाक' रिलीज हुई। मूवी रिलीज होने के पहले से ही इसे लेकर कई अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं। सोशल मीडिया ने इन अफवाहों को हिंदू-मुस्लिम का रंग दे दिया है। अब मूवी रिलीज हो चुकी है। जानिए सोशल मीडिया द्वारा किए जा रहे दावे जो मूवी देखने के बाद गलत निकले।
सोशल मीडिया के 3 दावे और उनकी सच्चाई
#1 2015 में लक्ष्मी अग्रवाल के चेहरे पर नदीम खान ने तेजाब से हमला किया था लेकिन फिल्म में हमला करने वाले का नाम बदलकर राजेश शर्मा कर दिया गया
क्या सच : फिल्म में राजेश (18) को मालती का बॉयफ्रेंड दिखाया गया है, जो उसके साथ जूनियर कॉलेज में पढ़ता है। एसिड हमलावर का नाम बशीर खान (30) उर्फ बब्बू है। मूवी में बशीर खान नाम 6 बार लिया गया। जज के फैसला सुनाते समय भी इस नाम का जिक्र किया गया। मालती पर हमले के बाद शुरुआती जांच में राजेश को अरेस्ट किया जाता है लेकिन मालती के होश में आने के बाद वे खान का नाम लेती है, जिसके बाद खान को अरेस्ट किया जाता है।
#2 डॉक्टरों का कहना है कि उसे जीवित रहने की कोई उम्मीद नहीं है लेकिन मालती के पिता ने दरगाह में प्रार्थना की और वह बच गई
क्या सच : मूवी में ऐसा कोई सीन है। मालती पर हमले के बाद उसके माता-पिता उसे हॉस्पिटल लेकर जाते हैं। ऐसा कोई दृश्य नहीं है, जिसमें डॉक्टर यह कहते हुए नजर आएं कि उसके बचने की कोई आशा नहीं है।
#3 उसके हिंदू पड़ोसी उसे ताना मारते हैं, लेकिन उसे एक मुस्लिम दोस्त मिलता है जो उसे केस लड़ने में मदद करता है
क्या सच : मूवी में कोई दृश्य नहीं दिखा जिसमें हिंदू पड़ोसी मालती को ताना मारते हुए दिखा हो। मालती की मदद उसकी वकील अर्चना बजाज द्वारा की जाती है।
निष्कर्ष : पड़ताल से स्पष्ट होता है कि, सोशल मीडिया में फैलाए जा रहे दावे भ्रामक हैं।
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