अलग होने के बाजवूद सुजैन खान लॉकडाउन से पहले रितिक के घर पहुंच चुकी हैं। बच्चों के साथ समय बिताने के लिए दोनों ने ये फैसला किया था। इसके बाद से ही खबरें हैं कि दोनों के बीच रिश्ते फिर बेहतर होते जा रहे हैं। हाल ही में वॉगको दिए एक इंटरव्यू में सुजैन ने बताया कि वो किस तरह इस समय में खुदको बेहतर बनाने की कोशिश करते हुए बच्चों के साथ समय बिता रही हैं।
उन्होंने कहा, 'जब कोविड-19 को महामारी घोषित किया गया था और यह खबर बाहर आई थी कि लॉकडाउन होगा, तो ऋतिक और मैंने तय किया कि एक ही घर में एक साथ रहना हमारे बेटों के लिए और हमारे लिए समझदारी भरा फैसला होगा। हमें इस बात का एहसास था कि आने वाले दिनों में हमें एक-दूसरे के लिए पीस ऑफ माइंड बनाने के लिए अपनी एनर्जी को फिर से जुटाना होगा। मन में इस सोच और प्यार से भरे ढेर एहसास के साथ हमने लॉकडाउन एडवेंचर की शुरुआत की।
पहले दिन ही हम एक साथ बैठे और क्वारैंटाइन की एक लिस्ट बनाई। यह विचार हमारे दिनों को इस तरह से तैयार करने का था कि हम अपने मन को विकसित करें, अपने दिलों में उत्साह रखें और अपने शरीर को फिट और मजबूत रखें। हमारे पास एंजॉय करने के लिए क्रिएटिविटी और इनोवेशन का इस्तेमाल करने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं था।
जो मुझे सबसे ज्यादा पंसद है वो यह कि एक घंटे का समय हम अपने लिए अलग सेट करते हैं। यह ऋतिक का ही विचार था कि हम एक ही कमरे में एक साथ चुपचाप बैठें और हफ्ते में कम से कम पांच बार अपनी किताबें पढ़ें।
इस टाइम ने मुझे और ज्यादा आत्मनिरीक्षण (इंट्रोस्पेक्ट) किया है। यह सभी से सीखने के लिए एक वेक अप कॉल है। साथ ही एक अलग नजरिए से चीजों को देखने का एक मौका है। इसके अलावा उन रिश्तों को संजोना जिन्हें हम अपने करीबी और काम के साथियों के साथ शेयर करते हैं।
घर का काम करना बहुत अच्छा एहसास है चाहे वहआटे को गूंधना हो, सब्जियां काटना हो, नई रेसिपी बनाना हो, एक्सपेरिमेंट करना हो या अपनी मनगढ़ंत चीजें बनाना हो। हर दिन का काम हमें यह अपनाने और सराहना करने के लिए मजबूर करता हैं कि हमारे पास लंच और डिनर के लिए डाइनिंग टेबल बिछाने से लेकर, अपने कपड़े धोने, अपने छत पर बागवानी करने, स्केचिंग और ड्रॉइंग और पेंटिंग करने तक क्या-क्या है। मुझे उम्मीद है कि लॉकडाउन खत्म होने पर भी मैं इसे अपने शेड्यूल में शामिल करूंगी।
आगे जाकर जिंदगी जरुर अलग होगी। परिवार एक दूसरे की तलाश में ज्यादा समय बिताएंगे और लोग सामान्य रूप से करीब होना चाहेंगे। और हां दुनिया बदल जाएगी। हम सभी को अपना काम करते रहना होगा और अपना योगदान देना होगा। सबसे अच्छा टीचर अनुभव है। हमारे बच्चे भी इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं। इस बीच हम घर पर रहते हुए अपना सबसे अच्छा काम करते हुए बेहतर बने रहेंगे।
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